क्या कर्पूरी ठाकुर समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के प्रतीक थे?

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क्या कर्पूरी ठाकुर समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के प्रतीक थे?

सारांश

प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में कर्पूरी ठाकुर के परिवार से मुलाकात की, जिससे कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने तीखी प्रतिक्रिया दी। जानिए कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा और भाजपा के साथ उनके मतभेदों के बारे में।

Key Takeaways

  • कर्पूरी ठाकुर समाजवादी विचारधारा के प्रतीक थे।
  • उनकी नीतियां भाजपा की नीतियों से भिन्न थीं।
  • समानता और सिद्धांतों की बात करते थे।
  • कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने उनकी विरासत की रक्षा का आह्वान किया।
  • मोदी सरकार की नीतियों में पारदर्शिता की कमी है।

नई दिल्‍ली, २५ अक्‍टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत समस्तीपुर से की। इस मौके पर उन्‍होंने कर्पूरी ठाकुर के परिवार से मुलाकात की। इस पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में कहा कि कर्पूरी ठाकुर एक सम्मानित और सच्चे समाजवादी विचारधारा के नेता थे, जिनके सिद्धांत भाजपा की नीतियों से बिल्कुल अलग थे।

संदीप दीक्षित ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर बिहार के सम्मानित नेता थे, लेकिन आज वह जीवित नहीं हैं। वह समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के प्रतीक थे। वह समानता और सिद्धांतों की बातें करते थे, जो भारतीय जनता पार्टी के बिल्कुल विपरीत हैं। कर्पूरी ठाकुर न तो वोट बैंक की राजनीति करते थे, न लोगों को ‘घुसपैठिया’ कहकर बांटते थे, और न ही धार्मिक परंपराओं का अंधानुकरण करते थे।”

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि भाजपा आज कर्पूरी ठाकुर जैसे समाजवादी नेताओं के नाम का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है, जबकि उनकी नीतियों और विचारों से इसका कोई मेल नहीं है।

संदीप दीक्षित ने प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक और विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने भारत की आर्थिक और विदेश नीति की नींव आत्मनिर्भरता पर रखी थी। यह अच्छी बात है कि मोदी सरकार अब उसी नीति का अनुसरण कर रही है, लेकिन इसमें पारदर्शिता की कमी दिख रही है।

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार यह दावा कर चुके हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें यह आश्वासन दिया था कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा। इस पर अब तक कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है। सवाल बना हुआ है कि क्या भारत ने वास्तव में ऐसा कोई आश्वासन दिया है या नहीं।

Point of View

हमें समझना चाहिए कि कर्पूरी ठाकुर का विचारधारा आज भी प्रासंगिक है। उनकी सोच ने समाज को एकता और समानता के मूल्यों पर आधारित किया। आज की राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में यह विचारधारा क्या मायने रखती है, यह विचार करने की आवश्यकता है।
NationPress
25/10/2025

Frequently Asked Questions

कर्पूरी ठाकुर का क्या महत्व है?
कर्पूरी ठाकुर समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा के प्रतीक थे, जिन्होंने समानता और न्याय के लिए संघर्ष किया।
भाजपा का कर्पूरी ठाकुर के प्रति क्या दृष्टिकोण है?
भाजपा कर्पूरी ठाकुर के नाम का राजनीतिक उपयोग कर रही है, जबकि उनकी नीतियों से इसका कोई मेल नहीं है।
संदीप दीक्षित ने मोदी की नीतियों पर क्या कहा?
संदीप दीक्षित ने मोदी की आर्थिक और विदेश नीति में पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए हैं।