क्या गंभीर और गिल ने टीम को एकजुट रखा? : करुण नायर

सारांश
Key Takeaways
- करुण नायर की वापसी ने भारतीय टीम को नई ऊर्जा दी।
- गौतम गंभीर ने टीम की मानसिकता को सकारात्मक दिशा में मोड़ा।
- शुभमन गिल ने टीम को एकजुट रखा और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
नई दिल्ली, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। करुण नायर के लिए इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में संपन्न 5 टेस्ट मैचों की श्रृंखला अत्यंत विशेष रही। इसका मुख्य कारण यह था कि उन्होंने आठ वर्षों के बाद इस श्रृंखला के जरिए भारतीय टीम में वापसी की। करुण ने अपनी टीम में वापसी को डेब्यू जैसा अनुभव और अपने जीवन का सबसे सुखद पल बताया।
करुण ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से बात करते हुए कहा कि तीन वर्ष पूर्व उस पल की कल्पना करना भी कठिन था, लेकिन उसे पुनः जीना, भारतीय टीम की कैप पहनने के अनुभव के समकक्ष था। मुझे ऐसा महसूस हुआ कि मैं फिर से सफल हुआ।
नायर ने कहा कि मैं श्रृंखला में अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर सका, लेकिन अंतिम टेस्ट में बनाया गया अर्धशतक मेरे और टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था।
हेड कोच गौतम गंभीर ने टीम को किस प्रकार प्रेरित किया, इस पर नायर ने कहा, "शुरुआत में गौतम गंभीर ने कहा था कि वे नहीं चाहते कि हम इसे एक बदली हुई टीम के रूप में देखें। वे चाहते थे कि हम इसे एक महान टीम के रूप में महसूस करें। सभी को टीम के लिए खेलने और एक-दूसरे का समर्थन करने का संदेश दिया गया था। इसे महसूस करना अद्भुत था।"
नायर ने शुभमन गिल की प्रशंसा करते हुए कहा, "शुभमन ने जिस प्रकार से सभी को एकजुट रखा और प्रोत्साहित किया, वह अद्वितीय था। उनकी बातचीत शुरुआत से ही स्पष्ट थी। न केवल कप्तान के रूप में, बल्कि बल्लेबाज के रूप में भी उन्होंने टीम का नेतृत्व किया।"
गिल ने इंग्लैंड टेस्ट श्रृंखला में चार शतक लगाते हुए सर्वाधिक 754 रन बनाए।
करुण नायर को पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में चार टेस्ट खेलने का अवसर मिला। उनका प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा, लेकिन ओवल टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने एक महत्वपूर्ण अर्धशतक बनाया, जो टीम की जीत में सहायक रहा। नायर ने आठ पारियों में 205 रन बनाए।