क्या करूर भगदड़ में पुलिस ने की एक और गिरफ्तारी?

सारांश
Key Takeaways
- करूर में चुनावी रैली के दौरान भगदड़ हुई।
- 41 लोगों की मौत और 110 के घायल होने की खबर।
- पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया।
- मुख्यमंत्री ने न्याय का आश्वासन दिया।
- घटना के पीछे की वजह बिजली गुल होना।
चेन्नई, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। टीवीके नेता विजय की करूर में चुनावी रैली के दौरान हुई भगदड़ की जांच कर रही पुलिस ने मंगलवार को एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पावुनराज नाम का यह व्यक्ति टीवीके पार्टी के लिए झंडे और फ्लेक्स बैनर की व्यवस्था का काम करता था।
सोमवार को पार्टी के पश्चिमी जिला सचिव मथियाझागन की गिरफ्तारी के बाद अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अगले एक घंटे के भीतर टीवीके पार्टी के गिरफ्तार दोनों अधिकारियों को आगे की प्रक्रिया के लिए ले जाया जाएगा।
यह दुर्घटना 27 सितंबर को करूर में विजय की चुनावी रैली के दौरान हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अचानक बिजली गुल होने से अफरातफरी मच गई, जिसके परिणामस्वरूप लोग अतिरिक्त बिजली व्यवस्था और निकास द्वारों की ओर भागने लगे।
भगदड़ में महिलाओं और बच्चों सहित 41 लोगों की मौत हो गई और 110 लोग घायल हुए, जिनमें से 51 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। अन्य घायलों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
शुरुआत में करूर के पुलिस उपाधीक्षक सेल्वराज इस मामले की देखरेख कर रहे थे, लेकिन राज्य के शीर्ष पुलिस नेतृत्व ने उन्हें हटाकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमानंद को उच्च-स्तरीय जांच का कार्यभार सौंपा।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ितों को न्याय दिलाने का वादा किया। उन्होंने संयम बरतने का आग्रह करते हुए कहा, "हमने न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं और राहत कार्य जारी हैं। अटकलें और गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां केवल शोकाकुल परिवारों को ठेस पहुंचाएंगी।"
विपक्षी अन्नाद्रमुक नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने सत्तारूढ़ द्रमुक से जवाबदेही की मांग की और भीड़ नियंत्रण उपायों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "यह भयावह घटना घोर प्रशासनिक विफलता को दर्शाती है। सरकार को जवाब देना चाहिए कि सुरक्षा प्रोटोकॉल क्यों नहीं लागू किए गए।"
विजय ने व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक शोक संतप्त परिवार के लिए 20 लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की और उन्होंने भगदड़ को 'हृदय विदारक' बताया। उन्होंने निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए कहा, "हमें सच्चाई सामने लाने की आवश्यकता है ताकि ऐसा हादसा दोबारा न हो।"