क्या करूर भगदड़ में 110 में से 51 घायल हुए रिकवर और अस्पताल से मिली छुट्टी?

सारांश
Key Takeaways
- भगदड़ में 41 लोगों की मौत और 110 घायल हुए।
- 51 घायल अब स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
- मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया।
- घायलों को उच्च-गुणवत्तापूर्ण उपचार दिया जा रहा है।
- प्रधानमंत्री ने भी सहायता राशि की घोषणा की है।
चेन्नई, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के करूर में टीवीके की चुनावी रैली के दौरान हुई भगदड़ में 41 लोगों की मौत हुई और 110 लोग घायल हुए। हालिया जानकारी के अनुसार, 110 में से 51 घायल पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
जिला कलेक्टर एम थंगावेल ने बताया कि इस घटना में 41 लोगों की मौत हुई, जिनमें 18 महिलाएं, 13 पुरुष, 5 लड़के और 5 लड़कियां शामिल हैं। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिवारों को सौंपा गया है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपए और घायलों को 1 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की। सांसद कनिमोझी करुणानिधि और करूर विधायक सेंथिल बालाजी ने पीड़ितों के परिवारों से भेंट की और उन्हें 10-10 लाख के चेक वितरित किए।
वर्तमान में, 59 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में उन्नत उपचार जारी है। 51 करूर सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में, 2 अमरावती अस्पताल में, 5 अंजया अस्पताल में और 1 अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं। जिला कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए चिकित्सा कर्मचारियों को उच्च-गुणवत्तापूर्ण उपचार देने के निर्देश दिए गए हैं।
इसी बीच, इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त की थी। पीएम मोदी ने तमिलनाडु के करूर में राजनीतिक रैली के दौरान हुई इस दुखद स्थिति में मारे गए लोगों के परिजनों को पीएम राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी, वहीं घायलों को 50 हजार रुपए देने का निर्देश दिया था। यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट के माध्यम से साझा की गई थी।
गौरतलब है कि इस हादसे की विस्तृत जांच के लिए मुख्यमंत्री ने एक न्यायिक जांच आयोग का गठन करने का भी आदेश दिया है। इस आयोग का नेतृत्व हाईकोर्ट की सेवानिवृत्त न्यायाधीश जस्टिस अरुणा जगदीशन करेंगी। आयोग को घटना की संपूर्ण जांच कर रिपोर्ट सरकार को सौंपने की जिम्मेदारी दी गई है।