क्या काशी देव दीपावली के लिए तैयार है? मंत्री रवींद्र जायसवाल ने लिया जायजा
सारांश
Key Takeaways
- वाराणसी में देव दीपावली का आयोजन भव्य होगा।
- लाखों श्रद्धालु गंगा घाटों पर दीये जलाएंगे।
- सुरक्षा और यातायात के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन इस आयोजन को और महत्वपूर्ण बनाएगा।
- देव दीपावली की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
वाराणसी, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। इस समय वाराणसी में एक उत्सव का माहौल छाया हुआ है। गंगा महोत्सव के समाप्त होते ही देव दीपावली की तैयारियों में तेजी आ गई है। उत्तर प्रदेश के मंत्री रवींद्र जायसवाल ने बताया कि देव दीपावली के संबंध में सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कहा कि देव दीपावली की तैयारी का जायजा लिया गया है। घाटों पर दीये जलाने वाली समितियों को आवश्यकता पड़ने पर सरकार की ओर से दीये, तेल और बाती प्रदान की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा और यातायात के दृष्टिगत गंगा नदी के समानांतर 25 मीटर क्षेत्र में छोटी नावों का संचालन किया जाएगा, जबकि इसके आगे बड़ी नौकाओं का संचालन होगा।
उन्होंने कहा कि देव दीपावली के दिन कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है। लाखों श्रद्धालु सुबह से ही घाटों पर एकत्रित होते हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशासन ने घाट से लगभग 200 मीटर पहले ही यातायात रोकने और पार्किंग की व्यवस्था को लागू किया है। साथ ही, संपर्क घाटों पर भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
जायसवाल ने यह भी कहा कि राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर नमो घाट पर काशीवासी सामूहिक रूप से सुबह 11 बजे ‘वंदे मातरम’ का गायन करेंगे। शाम के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर पूरा काशी उनके स्वागत के लिए तैयार है।
जायसवाल ने आगे कहा कि काशी में यह प्रसिद्ध कहावत है कि सप्ताह में सात दिन होते हैं, लेकिन त्योहार नौ
उन्होंने बताया कि बुधवार को देव दीपावली का भव्य आयोजन किया जाएगा। दीपावली के पंद्रह दिन बाद मनाए जाने वाले इस पर्व में काशी के निवासी गंगा घाटों पर दीये जलाते हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहेंगे। जायसवाल ने यह भी कहा कि इस उत्सव में न केवल देशभर से, बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक शामिल होते हैं।