क्या जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सभी एजेंसियों का समन्वय आवश्यक है।
- घुसपैठ और ड्रोन के माध्यम से खतरे को रोकने के लिए सख्त उपाय करने की आवश्यकता है।
- त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है।
कठुआ, १३ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। आगामी त्योहारों के मद्देनजर, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए डीआईजी जेएसके रेंज आईपीएस शिव कुमार शर्मा ने शनिवार को डीपीएल कठुआ में एक महत्वपूर्ण सुरक्षा समीक्षा बैठक का आयोजन किया। इस बैठक की अध्यक्षता डीआईजी ने की, जिसमें एसएसपी कठुआ मोहिता शर्मा भी उपस्थित रहीं।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कठुआ राहुल चरक (जेकेपीएस), डीएसपी मुख्यालय कठुआ रविंदर सिंह, डीएसपी डीएआर कठुआ रितेश सम्याल, एसडीपीओ बॉर्डर धीरज कटोच और डीएसपी एसओजी कठुआ पुष्पा सहित कई थाना प्रभारी शामिल हुए। इसके अलावा, पीटीएस कठुआ, आईआरपी १९वीं बटालियन, ट्रैफिक पुलिस, सेना, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी), सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआईडी सीआई, सीआईडी एसबी, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं तथा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) कठुआ के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में भाग लिया।
बैठक के दौरान, जिले की सुरक्षा स्थिति की गहन समीक्षा की गई। विशेष रूप से सीमा पर घुसपैठ, राष्ट्रीय राजमार्गों की सुरक्षा, ड्रोन उड़ानों का नियमन, अन्य राज्यों के पंजीकरण नंबर वाले वाहनों की जांच और डेरा मूवमेंट पर नज़र रखने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
डीआईजी शिव कुमार शर्मा ने सभी अधिकारियों को एसडीपीओ और एसएचओ स्तर पर आपसी समन्वय को और मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने नशा तस्करों, गैंगस्टरों, हिस्ट्रीशीटरों और गो-तस्करों से जुड़ी सूचनाओं को समय पर साझा करने पर जोर दिया, ताकि किसी भी आपराधिक गतिविधि को प्रारंभिक स्तर पर रोका जा सके। बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि संयुक्त गश्त, कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन (सीएएसओ) और नाकाबंदी को और प्रभावी बनाया जाए।
डीआईजी ने कहा कि जिले में सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था को हर स्तर पर मजबूत करना आवश्यक है ताकि घुसपैठ, ड्रोन के माध्यम से हथियार या मादक पदार्थों की आपूर्ति और राष्ट्रविरोधी तत्वों की आवाजाही की कोशिशों को नाकाम किया जा सके। उन्होंने सभी एजेंसियों से आपसी तालमेल के साथ काम करने और त्योहारों के दौरान शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की अपील की।