क्या केसी वेणुगोपाल का कहना है कि 'वोटर अधिकार यात्रा' से भाजपा बौखलाई है?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने भाजपा के खिलाफ कड़ा विरोध किया है।
- वोटर अधिकार यात्रा को बिहार में व्यापक समर्थन मिला है।
- केंद्रीय गृह मंत्री की टिप्पणी ने राजनीति में नई बहस छेड़ी है।
- यात्रा का समापन 1 सितंबर को एक विशाल जनसभा के साथ होगा।
- समाजवादी पार्टी और राजद के नेता भी यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
पटना, 30 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 'वोटर अधिकार यात्रा' को 'घुसपैठिए बचाओ यात्रा' कहने पर कड़ा विरोध व्यक्त किया है। वेणुगोपाल के अनुसार, यह यात्रा आम जनता का प्यार देखकर भाजपा बौखला गई है।
बिहार की राजधानी पटना में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में लोकसभा सांसद ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कुछ भी कह सकते हैं। वह वोटर अधिकार यात्रा में लोगों की भीड़ और जनता के अटूट समर्थन से चकित हैं।
वोटर अधिकार यात्रा को लेकर सांसद ने बताया कि बिहार के लोगों ने इस यात्रा का भरपूर समर्थन किया है। आम जनता ने इस यात्रा को दिल से अपनाया है।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृहमंत्री ने शुक्रवार को असम के गुवाहाटी में आम नागरिकों को संबोधित करते हुए पीएम को अपशब्द कहने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने बिहार में घुसपैठिया बचाओ यात्रा निकाली है। जहां राहुल गांधी के स्वागत में लगाए गए मंच से नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्द बोलकर कांग्रेस नेताओं ने सबसे घृणित काम किया है।
बता दें, बिहार के सासाराम से 17 अगस्त को वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत हुई थी। 1 सितंबर को पटना में एक विशाल जनसभा के साथ इसका समापन किया जाएगा। शनिवार को यात्रा में समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की नेता रोहिणी आचार्य सहित इंडिया ब्लॉक के प्रमुख नेता शामिल हुए।
शनिवार को यात्रा के 14वें दिन वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में जनसभा आयोजित की गई, जहां तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार के वादों को बच्चों की कागज जैसी नाव बताया। उन्होंने जनता से कहा कि पढ़ाई, दवाई, कमाई, और सिंचाई वाली सरकार बनाइए। क्या आप ओरिजिनल सीएम चाहते हैं या डुप्लीकेट? फैसला आपको करना है।
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, 'बिहार के लोगों को पता होगा, पहले भी बीजेपी का रथ यहां रोका गया है। इस बार भी यहां की जनता इनका रथ रोकेगी।'