क्या केदारनाथ से लौट रहे श्रद्धालु स्लाइड जोन में फंसे थे? एसडीआरएफ ने किया रेस्क्यू

सारांश
Key Takeaways
- 40 श्रद्धालु को एसडीआरएफ ने सुरक्षित निकाला।
- भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ था।
- चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित की गई थी।
- प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है।
- श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
रुद्रप्रयाग, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम से लौट रहे 40 श्रद्धालु सोनप्रयाग स्लाइड जोन में फंस गए थे, जिन्हें सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया है।
दरअसल, भारी बारिश के कारण सोनप्रयाग के निकट स्थित स्लाइड जोन में अचानक भूस्खलन (लैंडस्लाइड) हुआ, जिसके कारण केदारनाथ धाम से दर्शन करके लौट रहे श्रद्धालु फंस गए थे।
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर तैनात राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के जवान तुरंत सक्रिय हुए। एसडीआरएफ की टीम ने श्रद्धालुओं को सुरक्षित मार्ग बनाकर उन्हें सफलतापूर्वक स्लाइड जोन से बाहर निकाला। ये सभी श्रद्धालु देर रात 10 बजे से फंसे हुए थे।
एसडीआरएफ ने श्रद्धालुओं को तुरंत राहत प्रदान की है, हालाँकि मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। धाम से आ रहे श्रद्धालुओं को एसडीआरएफ लगातार सुरक्षित क्षेत्र में पहुंचा रही है।
इससे पहले, रविवार को भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई थी। लोगों की सुरक्षा के लिए यह एहतियाती कदम उठाया गया था। हालांकि, सोमवार को यात्रा को फिर से शुरू कर दिया गया।
बीते दिनों गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने तीर्थयात्रियों से आग्रह किया था कि वे जहां हैं, वहीं रहें और स्थिति में सुधार होने तक केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा करने से बचें। संबंधित जिलों के प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है और बचाव और राहत दल सक्रिय कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध हैं। चार धाम यात्रा करने आए श्रद्धालुओं को मौसम संबंधी जानकारी लेने के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करने और यात्रा के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव ने भी लोगों को बारिश के दौरान गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है।