क्या राणा दग्गुबाती ने बेटिंग ऐप्स केस में ईडी के सामने पेश होने के लिए नई तारीख मांगी?

सारांश
Key Takeaways
- राणा दग्गुबाती ने बेटिंग ऐप्स मामले में नई तारीख मांगी।
- ईडी ने कई हस्तियों को समन जारी किया है।
- मामला 1867 के पब्लिक गेमिंग एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।
- कई अभिनेता आरोपों का खंडन कर चुके हैं।
- जांच तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दर्ज प्राथमिकियों पर आधारित है।
हैदराबाद, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता राणा दग्गुबाती ने बेटिंग ऐप्स के प्रचार से जुड़े एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होने के लिए एक नई तारीख की मांग की है।
उन्हें ईडी द्वारा हाजिर होने का नोटिस मिला था, लेकिन उन्होंने बताया कि वह फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं और इस कारण उपस्थित नहीं हो पाएंगे। उन्हें बुधवार (23 जुलाई) को पेश होना था।
जानकारी के अनुसार, राणा इस समय तमिलनाडु में एक फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। ईडी जल्द ही उन्हें नई तारीख के साथ नया नोटिस जारी कर सकती है।
इस मामले में ईडी ने राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा और मांचू लक्ष्मी को समन भेजा है। प्रकाश राज को 30 जुलाई, विजय देवरकोंडा को 6 अगस्त और मांचू लक्ष्मी को 13 अगस्त को पेश होने के लिए कहा गया है।
ईडी ने 10 जुलाई को 29 हस्तियों के खिलाफ बेटिंग ऐप्स के प्रचार को लेकर मामला दर्ज किया था, जिसमें अभिनेता, यूट्यूबर और प्रभावशाली लोग शामिल हैं।
केंद्रीय एजेंसी ने 1867 के पब्लिक गेमिंग एक्ट के उल्लंघन के लिए मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है। यह जांच तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दर्ज पांच प्राथमिकियों (एफआईआर) पर आधारित है।
इस मामले में राणा दग्गुबाती, विजय देवरकोंडा, प्रकाश राज, निधि अग्रवाल, प्रणिता सुभाष, मांचू लक्ष्मी और अनन्या नगल्ला जैसे अभिनेताओं का नाम शामिल है, साथ ही कई टीवी होस्ट और सोशल मीडिया प्रभावशाली लोग भी हैं।
ईडी का मानना है कि 'जंगली रम्मी', 'ए23', 'जीतविन', 'पैरीमैच', 'लोटस365' जैसे प्लेटफॉर्म्स के प्रचार के माध्यम से बड़ी मात्रा में हेराफेरी की गई। पहले, हैदराबाद और साइबराबाद पुलिस ने इनमें से कई हस्तियों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे।
कई अभिनेता इन आरोपों का खंडन कर चुके हैं। राणा और विजय देवरकोंडा का कहना है कि उन्होंने केवल वैध स्किल-बेस्ड गेम्स का प्रचार किया है, जबकि प्रकाश राज का कहना है कि उन्होंने 2017 में एक ऐप के प्रचार का अनुबंध समाप्त कर दिया था जब उन्हें यह पता चला कि यह अनुचित था।