क्या पंजाब में मुसीबत की घड़ी में केजरीवाल गुजरात दौरे पर भागे?

सारांश
Key Takeaways
- केजरीवाल का गुजरात दौरा सवाल उठाता है।
- पंजाब के लोगों को समर्थन की आवश्यकता है।
- राजनीतिक लाभ के लिए लोगों को छोड़ना गलत है।
नई दिल्ली, ६ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने शनिवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पंजाब में आई बाढ़ की त्रासदी का उल्लेख करते हुए केजरीवाल पर इस कठिन समय में अपने राज्य के साथ खड़े नहीं होकर भाग जाने का गंभीर आरोप लगाया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल इस समय गुजरात के दौरे पर हैं। यह उनका राजनीतिक पर्यटन है। जब पंजाब बाढ़ की विकट स्थिति का सामना कर रहा है, तब वहां के लोगों को उनकी सहायता की आवश्यकता थी। उन्हें वहां रहकर पंजाबियों की सहायता करनी चाहिए थी, लेकिन वे गुजरात की यात्रा पर हैं।
सचदेवा ने आगे कहा, "जब केजरीवाल दिल्ली में थे, तब उन्हें दिल्लीवासियों की सुख-दुख से कोई सरोकार नहीं था। जब वे दिल्ली से बाहर हुए, तो उन्होंने पंजाब में अपनी गतिविधियाँ शुरू की। आज जब पंजाब में मुसीबत आई है और मुख्यमंत्री अस्वस्थ हैं, तो 'नेशनल लीडर' होने का दावा करने वाले केजरीवाल को इस कठिन समय में पंजाब के साथ खड़ा होना चाहिए था, लेकिन वे गुजरात चले गए हैं। यह उनकी भागने की प्रवृत्ति बन गई है।"
उन्होंने कहा कि लोगों को धोखा देना और भागना अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक चालें हैं, जिनमें वे अपने लाभ-हानि का आंकलन करते हैं। यदि जनता को नुकसान हो रहा है, तो उन्हें इसकी परवाह नहीं है।
उन्होंने बताया कि आज हमारी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से बात कर बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए ५ करोड़ रुपए की राशि देने की घोषणा की है, जो मुख्यमंत्री के राहत कोष में जाएगी। यह सहायता कोई एहसान नहीं, बल्कि मानवता का कर्तव्य है। पंजाब देश के लिए अन्नदाता है। अगर पंजाब संकट में है, तो हर भारतीय का दायित्व है कि वे पंजाब के साथ खड़े हों। ऐसे समय में जब लोगों को पंजाब के साथ होना चाहिए, तब केजरीवाल का गुजरात दौरा इस बात को दर्शाता है कि उनकी पार्टी और वे लोगों को धोखा देने की प्रवृत्ति रखते हैं।