क्या केरल के स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण में मतदान ने दिखाया उत्साह?
सारांश
Key Takeaways
- केरल के स्थानीय निकाय चुनाव का पहला चरण उत्साहपूर्ण रहा।
- मतदान प्रतिशत 47% को पार कर गया।
- पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी और एमए बेबी ने चुनाव परिणामों को लेकर महत्वपूर्ण दावे किए।
- यह चुनाव केरल की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।
- शेष जिलों में मतदान गुरुवार को होगा।
तिरुवनंतपुरम, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केरल में स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण में मंगलवार को सात जिलों में मतदान को लेकर भारी उत्साह देखा गया। मतदान केंद्रों के बाहर सुबह से ही लंबी कतारें लगी रहीं। मतदान प्रक्रिया सुबह 7 बजे मॉक पोलिंग के बाद शुरू हुई और शाम 6 बजे तक चलती रहेगी।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, दोपहर के समय तक कुल मतदान प्रतिशत 47 प्रतिशत को पार कर गया था, जो लोगों की सक्रिय भागीदारी का संकेत है।
पहले चरण में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम में मतदान जारी है।
इन चुनावों में तीन नगर निगम, 39 नगरपालिकाएं, सात जिला पंचायतें, 75 ब्लॉक पंचायतें और 471 ग्राम पंचायतें शामिल हैं, जो कुल 11,168 वार्डों में फैली हुई हैं।
पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने तिरुवनंतपुरम में अपनी पत्नी के साथ मतदान किया। उन्होंने मतदान के बाद कहा कि इस चुनाव के परिणाम केरल की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव लाएंगे।
एंटनी ने 2010 के स्थानीय निकाय चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय कांग्रेस नीत यूडीएफ को बड़ी जीत मिली थी, और इस बार के परिणाम सत्तारूढ़ वाम मोर्चे के लिए 'शॉक ट्रीटमेंट' साबित होंगे।
उन्होंने कहा कि इन नतीजों से 2026 विधानसभा चुनाव का आधार मजबूत होगा और यूडीएफ शानदार जीत हासिल करेगा।
सीपीआई (एम) के महासचिव एमए बेबी ने दावा किया कि एलडीएफ इस चुनाव में पिछली बार से भी बड़ी जीत हासिल करेगा। पिछले कई चुनावों में वाम मोर्चे का प्रदर्शन लगातार मजबूत रहा है और इस बार भी जनता सरकार की स्थिरता, कल्याण योजनाओं और विकास कार्यों पर भरोसा करेगी।
उन्होंने कहा कि लोग यूडीएफ की 'जन-विरोधी और विकास-विरोधी राजनीति' और भाजपा की 'सांप्रदायिक राजनीति' को नकार देंगे।
पहले चरण के मतदान के दौरान सभी जिलों में माहौल उत्साहपूर्ण रहा और नेताओं की बयानबाजी से चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। केरल के राजनीतिक इतिहास में यह चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह लगातार वाम मोर्चा शासन के दौर में आयोजित किया जा रहा है।
बाकी सात जिलों में मतदान गुरुवार को होगा। सभी चरणों के नतीजे शनिवार को घोषित किए जाएंगे।