क्या केरल में एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस को मंजूरी मिली?

सारांश
Key Takeaways
- केरल में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत होगी।
- यह ट्रेन एर्नाकुलम से बेंगलुरु के बीच चलेगी।
- सेवा नवंबर के मध्य में शुरू होने की उम्मीद है।
- चालक दल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
- यह ट्रेन मलयालियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगी।
कोच्चि, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र सरकार ने केरल में यात्रा को सुगम बनाने के लिए एर्नाकुलम से त्रिशूर और पलक्कड़ होते हुए बेंगलुरु तक की वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सेवा को स्वीकृति दे दी है। यह केरल के लिए तीसरी वंदे भारत ट्रेन होगी, जिसकी सेवा नवंबर के मध्य में शुरू होने की संभावना है।
इस ट्रेन की घोषणा केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने की, जिन्होंने भाजपा के केरल राज्य अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर के प्रस्ताव पर विचार करने के बाद यह निर्णय लिया।
चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री वैष्णव को धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा, "एर्नाकुलम से त्रिशूर और पलक्कड़ होते हुए बेंगलुरु तक वंदे भारत ट्रेन सेवा को मंजूरी देने के लिए केंद्र सरकार का आभार। बेंगलुरु में बड़ी संख्या में मलयाली लोग, खासकर आईटी क्षेत्र में, रोजगार के अवसर पैदा करते हैं। लंबे समय से, केरल से बेंगलुरु के लिए और अधिक ट्रेन सेवाओं की मांग उठ रही थी।"
उन्होंने बताया कि यह मुद्दा एक महीने पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के संज्ञान में लाया गया था, और उनके त्वरित निर्णय के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। चंद्रशेखर ने कहा, "उन्होंने आश्वासन दिया है कि नई सेवा नवंबर के मध्य तक शुरू हो जाएगी।"
रेल मंत्री वैष्णव ने भी एक्स पर पोस्ट कर इसकी पुष्टि की। उन्होंने लिखा, "केरल भाजपा टीम और जिला अध्यक्षों के साथ एक वर्चुअल मीटिंग हुई। राजीव चंद्रशेखर के एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस के प्रस्ताव पर चर्चा की गई है और इसे नवंबर के मध्य तक शुरू करने की योजना है। यात्रा को सरल बनाने के लिए राज्य में 488 त्योहार विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।"
यह घोषणा त्योहारों के मौसम में यात्रियों के लिए राहत का सामना करेगी, क्योंकि इस मार्ग पर हमेशा भारी ट्रैफिक रहता है। वैकल्पिक परिवहन साधनों पर निर्भर यात्रियों को अक्सर अधिक किराया चुकाना पड़ता है।