क्या बिहार चुनाव परिणाम के बाद यूपी से लाल टोपी गायब हो गई है, सपा का सूर्यास्त होने वाला है?
सारांश
Key Takeaways
- बिहार चुनाव परिणाम के बाद समाजवादी पार्टी की स्थिति कमजोर हुई है।
- लाल टोपी का गायब होना सपा के लिए एक संकेत है।
- सरकार गरीबों के विकास के लिए योजनाएँ बना रही है।
- बुंदेलखंड का विकास एनसीआर के समान होगा।
- मतदाता सूची को दुरुस्त करने का कार्य तेजी से चल रहा है।
लखनऊ, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव परिणाम के बाद लाल टोपी उत्तर प्रदेश से गायब हो चुकी है। अब सपा का सूर्यास्त होने वाला है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद रविवार को झांसी पहुंचे, जहाँ उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव परिणाम आने के बाद लाल टोपी और जालीदार टोपी उत्तर प्रदेश से गायब हो गई हैं और अब सपा का सूर्यास्त नजदीक है।
पिछले दिनों बंगाल में एक धार्मिक स्थल के शिलान्यास पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि मस्जिद बनाने का कोई विरोध नहीं है, लेकिन बाबर के नाम पर अगर कोई मस्जिद बनाई जाती है, तो उसका विरोध होगा और उसका अंत भी होगा।
मौर्य ने कहा कि जहाँ तक विकास की बात है, तो 2014 के बाद देश ने और 2017 के बाद प्रदेश ने अच्छे से देख लिया है कि पहले बिजली नहीं आती थी और अब जाती नहीं है।
उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में हुई करारी हार के बाद सपा प्रमुख का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और वह मुंगेरीलाल जैसे सपने देखने लगे हैं। 2024 में उन्हें कुछ सीटें मिल भी गई थीं, लेकिन अब आने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी विपक्ष में बैठने लायक भी नहीं रहेगी।
केशव ने कहा कि हमारी सरकार गरीबों की कल्याणकारी योजनाओं को उन तक पहुँचाने का कार्य कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि बहुत जल्द बुंदेलखंड क्षेत्र का विकास एनसीआर की तरह दिखाई देगा। हमारी सरकार का प्रयास है कि प्रदेश की तीन करोड़ महिलाओं को समूह के साथ जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए और कम से कम एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाए। सरकार का यह भी प्रयास है कि प्रदेश का कोई भी परिवार बिना घर के न रहे, उसे पीएम या सीएम आवास योजना से अवश्य जोड़ दिया जाए।
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची को दुरुस्त करने के लिए 12 राज्यों में एसआईआर का कार्य चल रहा है। इसके लिए सरकार पूरी ताकत से लगी हुई है। मतदाता सूची दुरुस्त होते ही बूथ लूटने वालों के दिन खत्म हो जाएंगे और देश-प्रदेश को विकसित बनाने का 2047 का लक्ष्य पूरा होगा।