क्या किम जोंग-उन आर्थिक मदद के लिए शी जिनपिंग से चर्चा करेंगे और पुतिन से मिलेंगे?

Click to start listening
क्या किम जोंग-उन आर्थिक मदद के लिए शी जिनपिंग से चर्चा करेंगे और पुतिन से मिलेंगे?

सारांश

उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन चीन में होने वाली सैन्य परेड में शी जिनपिंग और पुतिन के साथ होंगे। उनकी यात्रा का उद्देश्य चीन से आर्थिक सहायता प्राप्त करना और उत्तर कोरिया-चीन संबंधों को मजबूत करना है। इस खबर के पीछे क्या है, जानिए इस लेख में।

Key Takeaways

  • किम जोंग-उन चीन में शी जिनपिंग और पुतिन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होंगे।
  • उनकी यात्रा का उद्देश्य आर्थिक सहायता प्राप्त करना है।
  • सैन्य परेड में 26 देशों के नेता शामिल होंगे।
  • उत्तर कोरिया ने रूस के युद्ध प्रयासों में सहयोग किया है।
  • किम की पत्नी और बहन भी यात्रा में शामिल हो सकती हैं।

सियोल, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन चीन में होने वाली आगामी सैन्य परेड में अपने राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े दिखाई देंगे। सियोल की खुफिया एजेंसी एनआईएस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

सांसदों ने राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) की बंद कमरे में हुई ब्रीफिंग का हवाला देते हुए संवाददाताओं से बताया कि किम अपनी निजी ट्रेन में सवार होकर उत्तर कोरिया-चीन सीमा पार कर बीजिंग के लिए रवाना हुए।

एनआईएस के अनुसार, "किम बुधवार को तियानमेन चौक पर होने वाली सैन्य परेड के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होंगे।"

इससे पहले, उत्तर कोरिया की सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बताया कि किम जापान के आत्मसमर्पण और द्वितीय विश्व युद्ध में अपनी 80वीं विजयी दिवस के अवसर पर चीन में होने वाले समारोह में भाग लेने के लिए सोमवार को प्योंगयांग से रवाना हुए।

प्योंगयांग से बीजिंग तक की ट्रेन यात्रा में लगभग 20 घंटे लगने की उम्मीद है।

इस सैन्य परेड समारोह में 26 देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे। किसी बहुपक्षीय राजनयिक मंच पर किम पहली बार उपस्थित रहेंगे।

एनआईएस का अनुमान है कि किम की यात्रा का उद्देश्य उत्तर कोरिया-चीन संबंधों को बहाल करके और चीन की आर्थिक सहायता प्राप्त कर अपनी क्षमता का विस्तार करना है।

चीन की यात्रा पर किम जोंग के साथ उत्तर कोरियाई विदेश मंत्री चोई सोन-हुई, पार्टी के निदेशक ह्योन सोंग वोल और सत्तारूढ़ पार्टी के अंतर्राष्ट्रीय विभाग के निदेशक किम सोंग नाम भी मौजूद रहेंगे।

एनआईएस ने कहा कि किम जोंग की पत्नी री सोल-जू और बहन किम यो-जोंग भी उनके दल का हिस्सा हो सकती हैं।

चीन में सैन्य परेड के दौरान किम के शी और पुतिन के साथ अलग-अलग शिखर सम्मेलन की "बहुत संभावना" है, लेकिन उनके बीच त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन की संभावना कम है।

एजेंसी ने यह भी कहा कि इस बात की संभावना कम है कि कार्यक्रम में दक्षिण कोरिया का प्रतिनिधित्व कर रहे नेशनल असेंबली स्पीकर वू वोन-शिक किम जोंग के साथ कोई सार्थक बैठक सुनिश्चित कर पाएंगे।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, खुफिया एजेंसी ने बताया कि उत्तर कोरिया यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस के सहयोग के लिए वहां अतिरिक्त 6,000 सैनिक तैनात करने की योजना बना रहा है।

पिछले साल अक्टूबर से, उत्तर कोरिया ने रूस के युद्ध प्रयासों में सहयोग के लिए लगभग 13,000 सैनिक और पारंपरिक हथियार भेजे हैं। एनआईएस के मुताबिक भेजे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों में करीब 2,000 की मौत हो चुकी है।

एनआईएस के अनुसार, 10 अक्टूबर को वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, उत्तर कोरिया अपनी विशाल सैन्य परेड की तैयारी कर रहा है, जिसमें लगभग 10,000 लोग शामिल होंगे।

Point of View

बल्कि वैश्विक राजनीति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। किम जोंग-उन की यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि उत्तर कोरिया अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए प्रयासरत है।
NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

किम जोंग-उन की चीन यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य चीन से आर्थिक सहायता प्राप्त करना और उत्तर कोरिया-चीन संबंधों को मजबूत करना है।
क्या किम जोंग-उन और व्लादिमीर पुतिन के बीच कोई बैठक होगी?
किम के शी और पुतिन के साथ अलग-अलग शिखर सम्मेलन की संभावना है, लेकिन त्रिपक्षीय सम्मेलन की संभावना कम है।
सैन्य परेड में कितने देशों के नेता शामिल होंगे?
इस सैन्य परेड समारोह में 26 देशों के राष्ट्राध्यक्ष मौजूद रहेंगे।
Nation Press