क्या वर्ष 2025 में वैश्विक व्यापार में बढ़ोतरी होगी?
सारांश
Key Takeaways
- वैश्विक व्यापार में वृद्धि की संभावना है।
- 2025 में व्यापार मूल्य 350 खरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो सकता है।
- पूर्वी एशिया में निर्यात की वृद्धि 9 प्रतिशत है।
- भारत और चीन का सेवा व्यापार में वृद्धि हुई है।
- वर्ष 2026 में व्यापार की वृद्धि धीमी होने की आशंका है।
बीजिंग, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीटीएडी) ने 9 दिसंबर को एक नई रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक मांग में असंतुलन और व्यापार लागत में वृद्धि के बावजूद, वैश्विक व्यापार में वृद्धि देखने को मिलेगी।
पूरे वर्ष के लिए, व्यापार मूल्य 350 खरब अमेरिकी डॉलर से अधिक होने की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में वैश्विक व्यापार, दूसरी तिमाही की तुलना में 2.5 प्रतिशत अधिक रहेगा। माल और सेवा व्यापार की वृद्धि दर क्रमशः 2 प्रतिशत और 4 प्रतिशत रहने का अनुमान है। चौथी तिमाही में भी वैश्विक व्यापार में वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है, लेकिन वृद्धि दर धीमी हो सकती है। पूरे वर्ष में व्यापार मूल्य पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 7 प्रतिशत अधिक रहने की आशंका है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पिछले एक वर्ष में पूर्वी एशिया में निर्यात में सबसे अधिक वृद्धि हुई है, जिसकी दर 9 प्रतिशत है। चीन और दक्षिण कोरिया का प्रदर्शन अच्छा रहा, जबकि भारत और चीन के सेवा व्यापार के निर्यात में अत्यधिक वृद्धि हुई है। यह वैश्विक व्यापार में उभरती आर्थिक शक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।
यूएनसीटीएडी का कहना है कि वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में मंदी, कर्ज का बढ़ना, व्यापार लागत में वृद्धि और लगातार अनिश्चितता के कारण वर्ष 2026 में वैश्विक व्यापार की वृद्धि धीमी हो सकती है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)