क्या कीर्ति वर्धन सिंह ने युगांडा के विदेश मंत्री से महत्वपूर्ण मुलाकात की?

सारांश
Key Takeaways
- कीर्ति वर्धन सिंह की युगांडा के विदेश मंत्री से मुलाकात हुई।
- व्यापार और रक्षा के मुद्दों पर चर्चा हुई।
- भारत और युगांडा के बीच ऐतिहासिक संबंधों की पुष्टि हुई।
- युगांडा २०२४-२६ के लिए गुटनिरपेक्ष आंदोलन का अध्यक्ष है।
- गुटनिरपेक्ष आंदोलन का उद्देश्य उपनिवेशवाद के खिलाफ एकजुटता है।
नई दिल्ली, १६ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी कागुटा मुसेवेनी के बाद अब विदेश मंत्री ओडोंगो जेजे अबुबखर से भी मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीरें उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा कीं।
सोशल मीडिया पर कीर्ति वर्धन सिंह ने लिखा, "युगांडा गणराज्य के विदेश मंत्री, महामहिम ओडोंगो जेजे अबुबखर से मिलकर प्रसन्नता हुई। भारत और युगांडा के बीच ऐतिहासिक संबंधों और आपसी सम्मान पर आधारित मधुर संबंध हैं। हमने व्यापार, रक्षा, विकास सहयोग और क्षमता निर्माण सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को मजबूत और विस्तारित करने पर उपयोगी चर्चा की।"
युगांडा के राष्ट्रपति से मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए कीर्ति वर्धन सिंह ने लिखा, "युगांडा गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम योवेरी कागुटा मुसेवेनी से मुलाकात करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से व्यक्तिगत शुभकामनाएं देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। भारत और युगांडा के बीच पारंपरिक और बहुआयामी साझेदारी को और प्रगाढ़ बनाने के लिए उनके व्यावहारिक मार्गदर्शन की सराहना करता हूं।"
गौरतलब है कि कीर्ति वर्धन सिंह कंपाला में आयोजित गुटनिरपेक्ष आंदोलन (एनएएम) के १९वें मध्यावधि मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए युगांडा में हैं। कीर्ति वर्धन सिंह भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। यह कार्यक्रम १५ और १६ अक्टूबर को आयोजित हुआ।
युगांडा २०२४-२६ की अवधि के लिए गुटनिरपेक्ष आंदोलन का अध्यक्ष है। इस वर्ष, मध्यावधि मंत्रिस्तरीय बैठक का विषय 'साझा वैश्विक समृद्धि के लिए सहयोग को गहरा करना' है।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन की स्थापना औपनिवेशिक व्यवस्था के पतन और अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका, और अन्य क्षेत्रों के लोगों के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुई थी। इस आंदोलन ने उपनिवेशवाद-विमुक्ति की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कई देशों को स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की।