क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्नदाताओं का सम्मान करते हैं? : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों के लिए वित्तीय सहायता की पहल।
- किसान सम्मान निधि योजना का 20वां चरण जारी।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योजना को फायदेमंद बताया।
- किसानों की आय दोगुना करने की दिशा में ऐतिहासिक निर्णय।
- कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों का उपयोग।
देहरादून, 2 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त जारी की। इसके अंतर्गत उत्तराखंड के देहरादून में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्नदाताओं का सम्मान करते हैं और पिछले 60 वर्षों में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने किसानों का ध्यान रखा है। उन्होंने बताया कि यह योजना 2018 से शुरू हुई थी और आज 20वीं किस्त डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में हस्तांतरित की गई है। इससे राज्य के किसानों को काफी लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं, जिसका लाभ लेकर किसान अपनी आय को दोगुना कर रहे हैं। वे खेती में नई तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों के जीवन स्तर में सुधार हो रहा है। पीएम मोदी ने डीबीटी के जरिए प्रदेश के 8 लाख 27 हजार किसानों के खातों में धनराशि भेजी है।
उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में खेती का बजट पांच गुना बढ़ा है। पीएम मोदी जिस तरह सीमाओं पर जवानों की चिंता करते हैं, उसी तरह किसानों का भी ध्यान रखते हैं। किसानों की आय दोगुना करने की दिशा में ये महत्वपूर्ण कदम हैं। सीएम धामी भी प्रदेश में कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं। मिलेट्स और सेब की खेती के लिए पॉलिसी बनाई गई है।
योजना का लाभ लेने वाले किसान विजेंद्र सैनी ने बताया कि वे किसान सम्मान निधि का लाभ उठा रहे हैं। इस किस्त से आगामी फसल लगाने में मदद मिलती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशहित और किसानों के लिए अच्छे कार्य कर रहे हैं, इसके लिए उन्हें धन्यवाद।
किसान चंपा ने कहा कि प्रधानमंत्री की यह योजना हम किसानों के लिए बहुत लाभदायक है। इससे किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं और खेती में विकास हो रहा है।