क्या किसानों को फसल का उचित मुआवजा और खाद मिल पा रहा है? - उमंग सिंघार
सारांश
Key Takeaways
- किसानों को उचित मुआवजा और खाद की आवश्यकता है।
- सरकार की जानकारी और वास्तविकता में भिन्नता है।
- कांग्रेस ने विधानसभा में किसानों के मुद्दों को उठाया।
भोपाल, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने किसानों को फसल का उचित मुआवजा न मिलने पर हंगामा किया और सदन से बहिर्गमन कर गए। विधानसभा के इस सत्र में कांग्रेस लगातार आक्रामक बनी हुई है और सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस के विधायक जब भी मौका मिल रहा है, विधानसभा के अंदर और बाहर हंगामा करने से नहीं चूक रहे हैं।
कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार को खाद और खराब हुई फसल के मुआवजे का मुद्दा उठाया। मंत्री का जवाब सुनकर कांग्रेस विधायक असंतुष्ट रहे, जिसके फलस्वरूप उन्होंने हंगामा करते हुए विधानसभा से बहिर्गमन कर दिया। सदन के बाहर कांग्रेस के विधायकों ने नारेबाजी की।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि सरकार न तो किसानों को मुआवजा दे पा रही है और न ही खाद मिल रही है। राज्य सरकार लगातार गलत जानकारी दे रही है। किसान परेशान हैं और उन्हें अपनी मेहनत का वाजिब हक नहीं मिल पा रहा है।
उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि किसान सड़क पर हैं, जबकि मुख्यमंत्री किसानों को राहत देने के आंकड़े बता रहे हैं जो सच्चाई से काफी दूर हैं। सरकार ने न तो किसानों का कर्ज माफ किया और न ही उन्हें दूसरी सहायता दी।
श्योपुर जिले से कांग्रेस के विधायक जंडेल सिंह ने किसानों के मुआवजे का मुद्दा उठाया और कहा कि मुख्यमंत्री ने सदन में जो जानकारी दी है वह गलत है, क्योंकि किसानों के खाते में एक रुपया भी नहीं गया है। कांग्रेस लगातार सरकार पर हमले कर रही है और विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने से पहले अनोखे प्रदर्शन कर रही है।
कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार को भी राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। वर्तमान में राज्य के किसान खराब हुई फसल के मुआवजे और खाद के मुद्दे से जूझ रहे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि किसानों को खाद नहीं मिल रही है और उन्हें रात-रात भर लाइन में लगना पड़ता है, जबकि सरकार का दावा है कि राज्य में किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है।