क्या किश्तवाड़ में बादल फटने पर अमित शाह ने सीएम उमर अब्दुल्ला से बात की और मदद का आश्वासन दिया?

सारांश
Key Takeaways
- किश्तवाड़ में बादल फटने से बाढ़ आई है।
- केंद्र सरकार ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।
- अमित शाह ने स्थानीय अधिकारियों से बात की।
- एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर हैं।
- श्री मचैल यात्रा स्थगित कर दी गई है।
नई दिल्ली/श्रीनगर, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना के बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन पर वार्ता की। इस बातचीत में, गृह मंत्री ने यह सुनिश्चित किया कि केंद्र सरकार हर स्थिति में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है।
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना के संदर्भ में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की। स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है। एनडीआरएफ की टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। हम स्थिति पर करीबी निगरानी रख रहे हैं और हर स्थिति में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं। जरूरतमंदों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया है।"
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जानकारी दी कि उन्होंने अमित शाह को किश्तवाड़ क्षेत्र की स्थिति से अवगत कराया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "मैंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की और किश्तवाड़ की स्थिति के बारे में जानकारी दी। खबर गंभीर है, और बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से सत्यापित जानकारी में देरी हो रही है। बचाव कार्यों के प्रबंधन के लिए जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर से सभी संभव संसाधनों को जुटाया जा रहा है।"
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह किसी चैनल या समाचार एजेंसी से बात नहीं करेंगे। सरकार घटना के बारे में जानकारी साझा करेगी जब भी संभव हो।
किश्तवाड़ के चशोती इलाके में गुरुवार को बादल फटने के बाद अचानक बाढ़ का सामना करना पड़ा। स्थानीय विधायक सुनील शर्मा ने बताया कि यह घटना उस जगह पर हुई, जहां श्री मचैल यात्रा के लिए चार पहिया वाहन खड़े होते हैं और कई अस्थायी दुकानें लगाई गई हैं। एडीसी किश्तवाड़ के अनुसार, श्री मचैल यात्रा को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है।
स्थानीय पुलिस-प्रशासन के अलावा एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियां बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। एनडीआरएफ ने एक बयान में कहा कि उपकरणों से लैस दो टीमों के लगभग 180 सदस्यों को उधमपुर बेस से रवाना किया गया है।