क्या कोलकाता में करंट से मरने वालों के परिवार को 5 लाख रुपए मिलेंगे? : सीईएससी

सारांश
Key Takeaways
- सीईएससी ने १० लोगों की करंट से मृत्यु के मामले में ५ लाख रुपए का मुआवजा देने का निर्णय लिया है।
- कोलकाता में हुई भारी बारिश के कारण यह दुर्घटनाएं हुईं।
- मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों के लिए अतिरिक्त सहायता की मांग की थी।
कोलकाता, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। संजीव गोयनका द्वारा संचालित निजी पावर कंपनी सीईएससी लिमिटेड ने करंट से मृत्यु के शिकार व्यक्तियों के परिवारों को ५ लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।
इस सप्ताह की शुरुआत में कोलकाता और उसके आसपास हुई रातभर की मूसलधार बारिश के बाद कई स्थानों पर पानी भर गया, जिससे बिजली की तारें जलमग्न हो गईं। इसका परिणामस्वरूप विभिन्न क्षेत्रों में १० लोगों की मृत्यु हो गई, जिनमें से ८ मौतें कोलकाता में हुई थीं। सभी की जान करंट लगने के कारण गई।
सीईएससी को कोलकाता और हावड़ा जिले में बिजली वितरण का एकाधिकार प्राप्त है। इन घटनाओं के चलते कंपनी पर दबाव बढ़ता जा रहा था।
गुरुवार दोपहर, सीईएससी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अविजीत घोष ने प्रेस को बताया, "हम अपने शहर में प्राकृतिक आपदा के कारण हुई जानहानि से अत्यंत दुखी हैं। मानवीय दृष्टिकोण से, हमने प्रत्येक मृतक के परिवार को ५ लाख रुपए मुआवजा देने का निर्णय लिया है।"
सीईएससी की यह घोषणा उस समय आई जब कलकत्ता हाईकोर्ट की एक डिवीजन बेंच ने भी सीईएससी से करंट से हुई मौतों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सीईएससी को सीधे जिम्मेदार ठहराते हुए कंपनी से प्रत्येक पीड़ित परिवार को ५ लाख रुपए देने और एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की थी। राज्य सरकार ने पहले ही २ लाख रुपए की अनुग्रह राशि की घोषणा कर दी थी।
हालांकि, सीईएससी ने मुआवजे की घोषणा कर दी है, लेकिन नौकरी देने के संबंध में कोई बयान नहीं दिया है।