क्या कोलकाता गैंगरेप एक गंभीर अपराध है? कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी का बयान

सारांश
Key Takeaways
- कोलकाता गैंगरेप को गंभीर अपराध माना गया है।
- सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए गए हैं।
- दोषियों को सख्त सजा देने की आवश्यकता है।
- राजनीति के बिना कार्यवाही की अपील की गई है।
- समाज में सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
प्रयागराज, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कोलकाता गैंगरेप को "बहुत गंभीर अपराध" बताते हुए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
तिवारी ने रविवार को समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि जिस प्रकार सिक्योरिटी गार्ड के कमरे में यह घटना हुई है, वह सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न उठाता है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ, चाहे उनका कोई भी संबंध हो, सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमे चलाने का सुझाव दिया ताकि दो से तीन महीनों में आरोपियों को सजा मिल सके। इसके साथ ही, उन्होंने भाजपा से अपील की कि इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।
तिवारी ने भाजपा से यह भी कहा कि उन्हें उन प्रदेशों की स्थिति सुधारने पर ध्यान देना चाहिए जहां भाजपा की शासन है।
पुरी में हुई भगदड़ पर उन्होंने कहा कि इतने वर्षों से ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की यात्रा होती रही है। पहली बार भाजपा सरकार बनने के बाद इसे राजनीतिक इवेंट बना दिया गया। इस हादसे में जिनकी मृत्यु हुई, उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
पीएम मोदी से शुभांशु शुक्ला की बातचीत पर तिवारी ने कहा कि यह 140 करोड़ से अधिक भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है। शुभांशु के साहस और निडरता ने दर्शाया है कि वह इस यात्रा को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके साथ भारतीय तिरंगा था, जिसे देखकर हर भारतीय का दिल गर्व से भर गया। पीएम मोदी की बातचीत की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व में भी प्रधानमंत्रियों ने बात की थी।