क्या कोलकाता में छात्रा के साथ हुई बर्बरता से पूरा देश स्तब्ध है? : अमित मालवीय

सारांश
Key Takeaways
- कोलकाता लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ हुई बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
- टीएमसी नेताओं की विवादास्पद प्रतिक्रियाएँ राजनीतिक उथल-पुथल का कारण बनी हैं।
- महिलाओं के खिलाफ अपराधों को सामान्य बनाने की प्रवृत्ति चिंता का विषय है।
नई दिल्ली, १ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कोलकाता लॉ कॉलेज की एक छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले ने बंगाल की राजनीति में भूचाल ला दिया है। टीएमसी सासंद कल्याण बनर्जी के विवादास्पद बयान पर नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है।
भाजपा आईटी सेल के राष्ट्रीय समन्वयक अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है, "२४ वर्षीय कानून की छात्रा के साथ हुई अकल्पनीय क्रूरता ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। वहीं टीएमसी नेता अपनी राजनीतिक बॉस ममता बनर्जी की प्रशंसा पाने के लिए बलात्कार को सामान्य बनाने में व्यस्त हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "टीएमसी के मदन मित्रा ने पीड़िता को उसके भाग्य के लिए दोषी ठहराया और सांसद कल्याण बनर्जी ने इस घटना को महत्वहीन बताते हुए बेतुकी टिप्पणियाँ की।"
मालवीय ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चुप्पी ऐसे लोगों को ताकत देती है। सिंचाई मंत्री मानस भुनिया ने इस अत्याचार को एक छोटी घटना कहकर टाल दिया और पार्टी कार्यकर्ताओं से इसे अनदेखा करने की अपील की।
उन्होंने कहा, "एक छात्रा ने अपनी आकांक्षाओं की कीमत चुकाई है। टीएमसी के छात्र नेताओं ने उसे चकनाचूर कर दिया और ममता बनर्जी की कैबिनेट इस पर इस तरह का जवाब देती है।"
अमित मालवीय ने निष्कर्ष निकाला, "यह केवल एक अपराध नहीं है, बल्कि यह उस पार्टी का लक्षण है, जिसने स्त्री-द्वेष को संस्थागत बना दिया है। ममता बनर्जी का बंगाल एक ऐसा स्थान है, जहाँ एक महिला की गरिमा को बर्बाद किया जा सकता है।"