क्या भारत में वैश्विक खेल आयोजन करने की क्षमता है? 'टाटा स्टील वर्ल्ड 25के' कोलकाता जीतने पर बोले जोशुआ चेप्टेगी
सारांश
Key Takeaways
- जोशुआ चेप्टेगी और डेगिटू अजीमेरॉ ने खिताब जीते।
- गुलवीर सिंह और सीमा ने नए रिकॉर्ड बनाए।
- यह इवेंट भारतीय एथलीटों के लिए साल का आखिरी एथलेटिक्स इवेंट था।
कोलकाता, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रतिष्ठित 2025 टाटा स्टील वर्ल्ड 25के का आयोजन कोलकाता में रविवार को किया गया। इस आयोजन के 10वें संस्करण में देश और दुनिया के प्रमुख धावक शामिल हुए। 25 किलोमीटर की इस प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में युगांडा के जोशुआ चेप्टेगी ने विजय प्राप्त की, जबकि महिला वर्ग में इथियोपिया की डेगिटू अजीमेरॉ ने जीत हासिल की।
जोशुआ चेप्टेगी ने 1:11:49 के समय के साथ पुरुषों का खिताब जीता, वहीं डेगिटू अजीमेरॉ ने 1:19:36 के समय में महिलाओं का खिताब जीता।
भारत के प्रसिद्ध लंबी दूरी के धावक गुलवीर सिंह और सीमा ने नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए। गुलवीर ने 1:12:06 में दौड़ पूरी की और पिछले संस्करण के अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड में 2 मिनट का सुधार किया। वह भारत से पहले और अंतरराष्ट्रीय एलीट धावकों में पांचवें स्थान पर रहे। महिला वर्ग में सीमा ने अपनी पहली 25 किमी रोड रेस में 1:26:04 का समय निकालकर भारतीय एलीट खिताब जीता।
जोशुआ चेप्टेगी ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "मेरे लिए यह देखना बहुत अच्छा है कि भारत हमेशा से एक स्पोर्टिंग देश रहा है। उन्होंने विश्वस्तरीय खेल गतिविधियां आयोजित करने में अपनी क्षमता विकसित की है। यही वजह है कि दुनिया भर के एथलीट यहां आते हैं।"
यूएसए के केनी बेडनारेक ने कहा, "मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा है। मैं पहली बार कोलकाता और दूसरी बार भारत आया हूं। यहां मैं बहुत सी नई चीजें सीख रहा हूं। मुझे पता है कि कोलकाता का इतिहास बहुत समृद्ध है। मैं यहां आकर सबको खुश देखकर उत्साहित हूं। मैं कोलकाता का एंबेसडर बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।"
इस मौके पर भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने कहा, "मेरे लिए टाटा स्टील वर्ल्ड 25 किलोमीटर कोलकाता का हिस्सा बनना बहुत सम्मान की बात है। मुझे लगता है कि भारतीय धावक और दुनिया के कुछ बेहतरीन धावक अच्छी प्रतियोगिता कर रहे हैं। यह कोलकाता के लिए बहुत अच्छा है।"
आर्चर अंकिता भगत ने कहा, "मैं इस इवेंट को लेकर बेहद उत्साहित हूं। कोलकाता का माहौल बहुत अच्छा था, और मुझे इसका हिस्सा बनकर गर्व महसूस हो रहा है।"
यह भारतीय एथलीटों के लिए साल का आखिरी एथलेटिक्स इवेंट था।