क्या कोंडागांव में 5 लाख की इनामी नक्सली गीता उर्फ कमली सलाम ने किया आत्मसमर्पण?

सारांश
Key Takeaways
- गीता उर्फ कमली सलाम ने आत्मसमर्पण किया।
- 5 लाख का इनाम घोषित था।
- छत्तीसगढ़ शासन ने प्रोत्साहन राशि दी।
- नक्सल विरोधी अभियान की सफलता।
- नक्सलियों में असंतोष बढ़ रहा है।
कोंडागांव, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों, डीआरजी और पुलिस के चल रहे अभियान को एक और बड़ी सफलता मिली है। कोंडागांव जिले की सक्रिय 5 लाख की इनामी महिला नक्सली गीता उर्फ कमली सलाम ने आज पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है।
पूर्वी बस्तर डिवीजन की टेलर टीम कमांडर (एलबीडी) रही गीता ने पुलिस अधीक्षक अक्षय कुमार के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
महिला नक्सली गीता पर छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस के अनुसार, लगातार चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों, संगठन के अंदर बढ़ते मतभेद और वरिष्ठ नेताओं के आत्मसमर्पण के कारण गीता ने मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया।
आत्मसमर्पण करने पर गीता को “छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति” के तहत 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है। इसके साथ ही शासन की पुनर्वास नीति के तहत अन्य सुविधाएं प्रदान किए जाने की प्रक्रिया जारी है।
हाल ही में सुरक्षाबलों ने बीजापुर जिले में एक अन्य 5 लाख रुपए के इनामी नक्सली को मार गिराया था। पुलिस ने इस दौरान मौके से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए थे।
सुरक्षा बलों को बीजापुर के गंगालूर थाना क्षेत्र के गमपुर-पुरंगेल के जंगलों में नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान नक्सलियों ने एसटीएफ और डीआरजी के जवानों पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने दो घंटे में 5 लाख के इनामी नक्सली को मार गिराया।
मारे गए माओवादी की पहचान गमपुर निवासी आयतु पोड़ियाम (35) के रूप में हुई है, जो गंगालूर एरिया कमेटी का सदस्य था। माओवादी संगठन में आयतु एसीएम के पद पर था और गंगालूर एरिया कमेटी में सक्रिय था, जिस पर 5 लाख रुपए का इनाम पुलिस ने घोषित कर रखा था।