क्या जब कांग्रेस की लहर नहीं थी, तो 'वोट चोरी' संभव थी? : कृष्ण बेदी

सारांश
Key Takeaways
- कृष्ण बेदी ने विपक्ष पर हमला किया है।
- कांग्रेस के ‘वोट चोरी’ के आरोपों का जवाब दिया।
- उन्होंने जनता से पूछा कि क्या कांग्रेस की लहर थी।
- ईवीएम पर विपक्ष के आरोपों को खारिज किया।
- जनता के संघर्ष को सराहा।
नरवाना, १२ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने विपक्ष पर एक जोरदार हमला किया है। उन्होंने ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर कांग्रेस की निंदा की। उनका कहना है कि जब कांग्रेस की लहर नहीं थी, तो ‘वोट चोरी’ कैसे संभव थी।
कृष्ण कुमार बेदी ने एक कार्यक्रम के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के बयान पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सुरजेवाला ने रविवार को दिल्ली में कहा था कि राहुल गांधी गिरफ्तार होंगे क्योंकि भाजपा ने ‘वोट चोरी’ की है। लेकिन जब उनके पास वोट ही नहीं थे, तो चोरी कैसे करेंगे? उन्होंने जनता से पूछा कि क्या आपके गाँव में कांग्रेस की लहर थी? जब कांग्रेस की लहर नहीं थी, तो वोट चोरी कैसे हुई?
कृष्ण बेदी ने विपक्ष पर ईवीएम को लेकर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मशीन खराब थी, तो फिर कुमारी सैलजा कैसे जीत गईं? असलियत यह है कि जब हार स्पष्ट होती है, तो कांग्रेस बहाने बनाने लगती है।
उन्होंने यह भी कहा कि सांसद बनने के एक साल बाद भी कुमारी सैलजा किसी गाँव में नहीं आईं, न ही जनता के सुख-दुख में शामिल हुईं। पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह और उनके बेटे पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए बेदी ने कहा कि बड़नपुर और सुंदरपुर गाँव के लोगों के साथ बड़ा धोखा हुआ, लेकिन अब जनता के संघर्ष से दोनों गाँवों की तहसील वापस मिल चुकी है।
मंत्री ने चेतावनी दी कि यदि नरवाना वालों से कोई पंगा लेगा, तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। बेदी ने याद दिलाया कि चुनाव में उन्होंने वादा किया था कि उचाना तहसील से गाँव सुंदरपुर और बड़नपुर को नरवाना में लाएंगे और हरियाणा में केवल दो ही जगह बदलाव हुए हैं, सुंदरपुर और बड़नपुर, जो जनता की जीत का सबूत हैं।