क्या हरियाणा में अधिकारी की अनुपस्थिति पर सांसद कुमारी शैलजा भड़कीं?

सारांश
Key Takeaways
- सांसद कुमारी शैलजा ने अधिकारियों की अनुपस्थिति पर गुस्सा जताया।
- रेलवे विभाग में सफाई की कमी प्रमुख मुद्दा है।
- भाजपा सरकार पर नौकरी देने के वादे निभाने का आरोप।
- सरकारी योजनाएं आम जन तक नहीं पहुंच रही हैं।
- बैठक में विभिन्न एजेंडों पर चर्चा हुई।
जींद, 5 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सिरसा से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने शुक्रवार को हरियाणा के जींद में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में भाग लिया, जहां उनका गुस्सा असमान पर था। वह रेलवे विभाग के समस्या से संबंधित जेई अधिकारी के न आने से खफा हो गईं। इस पर उन्होंने रेल मंत्री से संबंधित अधिकारी की शिकायत करने की बात कही। मीटिंग में आईं महिला जेई ने संबंधित अधिकारी के न आने का कारण रेल हादसा बताया।
कुमारी शैलजा ने महिला जेई से कहा कि आपके अधिकारी मीटिंग को लेकर गंभीर नहीं हैं। रेलवे विभाग द्वारा बनाए गए अंडरपास में हर जगह गंदगी
उन्होंने हरियाणा की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा में ग्रुप 'डी' की नौकरी सिर्फ दिखावा है। दो करोड़ नौकरी देने का दावा कहां गया? भाजपा सरकार गरीबों को खत्म करना चाहती है। वह गरीबों के साथ भद्दा मजाक कर रही है। सरकार चाहती है कि गरीबों का नाम ही हट जाए। आखिर गरीब कहां जाएगा? आप कुछ देना नहीं चाहते हैं। अगर कुछ चीज देते हैं, तो वे खरीद ही नहीं पाते।
उन्होंने कहा कि जब हरियाणा में भाजपा की सरकार बनी तो उन्होंने नौकरी में पहले हरियाणा के युवाओं को प्राथमिकता देने की बात कही थी। पहले हरियाणा के बच्चों को नौकरी देनी चाहिए, फिर बाहरी लोगों को। आज के समय भाजपा सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही है। अफसर अकेले कुछ नहीं कर सकते। आम जन तक सरकारी योजनाएं नहीं पहुंच पा रही हैं।
जींद की बैठक में कुमारी शैलजा के साथ सांसद सतपाल ब्रह्मचारी और सांसद जय प्रकाश भी मौजूद थे। उन्होंने अधिकारियों के साथ विभिन्न एजेंडों पर चर्चा की।