क्या अभिनेता कुणाल खेमू का सॉन्ग 'लोचे' उनके जीवन का हिस्सा है?

सारांश
Key Takeaways
- 'लोचे' गाना जीवन के छोटे-छोटे अनुभवों को दर्शाता है।
- कुणाल खेमू ने अपने अनुभवों को संगीत के माध्यम से व्यक्त किया है।
- गाना युवाओं को प्रेरित करता है कि वे अपने संघर्ष में अकेला न महसूस करें।
मुंबई, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड अभिनेता कुणाल खेमू ने सॉन्ग 'लोचे' के साथ संगीत की दुनिया में कदम रखा है। इस गाने को लेकर अभिनेता ने बताया कि यह उनके जीवन के बेहद करीब है।
कुणाल ने बताया कि सॉन्ग 'लोचे' उनके लिए इसलिए करीब है क्योंकि यह उनके अनुभवों और उन छोटे-छोटे पलों को दर्शाता है, जो कभी परेशान करते हैं तो कभी हंसी-मजाक का हिस्सा बन जाते हैं।
कुणाल ने कहा, "'लोचे' मेरे जीवन का एक हिस्सा है और मुझे लगता है कि इस गाने के जरिए बहुत सारे लोग अपनी कहानियों को भी देखेंगे। यह गाना उन छोटी-छोटी रोजमर्रा की बातों के बारे में है, जो हमें रास्ते से भटका देती हैं, लेकिन जिंदगी को दिलचस्प भी बनाती हैं। मैं दर्शकों को कोई परफेक्ट कहानी नहीं दिखाना चाहता, बल्कि मैं उन्हें जिंदगी में चल रही गड़बड़ी, पागलपन और मस्ती के बारे में दिखाना चाहता हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "गाना मेरी जिंदगी के अनुभव से बना है। मैं हमेशा से स्क्रीन पर दर्शकों को कहानियां बताता आया हूं। इस गाने को लिखना मेरे लिए खुद को व्यक्त करने का एक नया तरीका है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब मैंने अपनी रोजमर्रा की परेशानियों और अंदर की उलझनों को संगीत के जरिए बयां किया है। मैं नहीं चाहता था कि यह गाना परफेक्ट लगे, बल्कि चाहता हूं कि यह दर्शकों को सच्ची लगे। यह हर उस युवा को समर्पित है, जो अपनी जिंदगी को सही रास्ते पर लाने की कोशिश करता है। मुझे लगता है कि अगर यह गाना सुनकर किसी के चेहरे पर हंसी आ रही है या वह अपने संघर्ष में खुद को अकेला महसूस नहीं कर पा रहा है, तो मैं समझता हूं कि मेरा मकसद पूरा हो गया।"
इस गाने को कुणाल ने अपनी आवाज देने के साथ-साथ इसके लिरिक्स भी लिखे हैं। यह गाना युवावस्था के उतार-चढ़ाव को सही से पेश करता है। गाने में जिंदगी के उन अनचाहे रुकावटों और चुनौतियों की बात की गई है, जिन्हें कुणाल 'लोचे' कहते हैं। पिछले साल कुणाल ने फिल्म 'मडगांव एक्सप्रेस' के साथ बतौर डायरेक्टर शुरुआत की थी। अब इस गाने के साथ उन्होंने सिंगर और सॉन्ग राइटर के तौर पर भी डेब्यू किया है।