क्या 2025 में डिजिटल दुनिया के देशों ने बच्चों के सोशल मीडिया पर बड़ा कदम उठाया?

Click to start listening
क्या 2025 में डिजिटल दुनिया के देशों ने बच्चों के सोशल मीडिया पर बड़ा कदम उठाया?

सारांश

क्या देश बच्चों की सोशल मीडिया आदतों को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठा रहे हैं? जानिए, किन देशों ने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाकर बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने का प्रयास किया है।

Key Takeaways

  • सोशल मीडिया पर बच्चों के लिए प्रतिबंध लगाने के बढ़ते कदम।
  • ऑस्ट्रेलिया ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पूरी तरह से बैन लगाया।
  • आयरलैंड में पहचान वेरिफिकेशन की योजना।
  • यूरोप के कई देशों में माता-पिता की अनुमति की आवश्यकता।
  • मलेशिया ने 2026 से बैन लगाने का प्रस्ताव रखा।

नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नेपाल में जेनजी सोशल मीडिया बैन को लेकर लोग सड़कों पर उतरे हैं, वहीं कई देश ऐसे हैं जिन्होंने बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाकर समाज के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त किया है। इनमें ऑस्ट्रेलिया का नाम सबसे पहले आता है। इसके अतिरिक्त, कई अन्य देश भी इस दिशा में सोच रहे हैं और संसद में अपने प्रस्ताव पेश कर चुके हैं।

भारत भी इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए बच्चों के लिए एक सुरक्षित और शांति पूर्ण वातावरण तैयार करने के लिए ऐसे उपायों पर विचार कर रहा है। आयरलैंड भी इस सूची में शामिल हो गया है।

आयरलैंड सरकार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के उचित उपयोग के लिए सरकारी पहचान पत्र को लिंक करने की योजना बना रही है। आने वाले कुछ महीनों में इस योजना के तहत ट्रायल शुरू किया जाएगा।

आयरिश नागरिक स्वतंत्रता परिषद ने जानकारी दी है कि अगले चार महीनों में एक पायलट योजना शुरू की जाएगी, जिसके तहत सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को मायजीओवी के माध्यम से अपनी उम्र और पहचान को वेरिफाई करना होगा। इस हफ्ते कैबिनेट में एक मेमो लाया जाएगा।

आयरलैंड की सरकार चाहती है कि यहां 15 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वयस्कों और बच्चों को जब भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करना हो, तो उन्हें मायजीओवी दिखाना होगा। हालांकि, इसे तानाशाही के नजरिए से भी देखा जा रहा है और चर्चा हो रही है कि सरकार हर गतिविधि पर नियंत्रण रखना चाहती है।

ऑस्ट्रेलिया ने 10 दिसंबर 2025 से एक ऐसा कानून लागू किया है जिसमें 16 साल से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है। इस नए नियम के तहत, 16 साल से कम उम्र के बच्चे न तो सोशल मीडिया अकाउंट बना सकते हैं और न ही उसका उपयोग कर सकते हैं।

इसके अतिरिक्त, डेनमार्क ने घोषणा की है कि वह 15 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया का उपयोग प्रतिबंधित करेगा। हालांकि, कुछ मामलों में 13 वर्ष से अधिक की उम्र में माता-पिता की अनुमति के बाद उन्हें सोशल मीडिया का उपयोग करने की अनुमति होगी।

कुछ अन्य यूरोपीय देशों में भी सोशल मीडिया के संबंध में प्रस्ताव पेश किए गए हैं। फ्रांस में 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया का उपयोग करने के लिए माता-पिता की अनुमति की आवश्यकता होगी।

स्पेन में 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए ऑनलाइन सोशल नेटवर्क की पहुंच को विशेष अनुमोदन के बिना प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव है।

इटली में भी 14 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए माता-पिता की सहमति की आवश्यकता पर विचार किया जा रहा है।

जर्मनी में 13-16 वर्ष के बच्चों के लिए सोशल मीडिया का उपयोग तब ही संभव होगा जब उनके माता-पिता की अनुमति होगी।

मलेशिया में सोशल मीडिया के उपयोग के लिए जो प्रस्ताव रखा गया है, उसे 2026 से लागू किया जाएगा। इसके अंतर्गत 2026 से 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर रोक लगाने का प्रस्ताव है। मलेशिया ने बच्चों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के लिए यह कदम उठाया है।

Point of View

मुझे लगता है कि बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय में एक गहरी सोच की जरूरत है। यह बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे कदम उठाए जाएं जो बच्चों के लिए लाभकारी हों, ना कि उनके अधिकारों का हनन करें।
NationPress
29/12/2025

Frequently Asked Questions

क्या सोशल मीडिया का उपयोग बच्चों के लिए हानिकारक है?
हाँ, अत्यधिक सोशल मीडिया उपयोग बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
कौन-कौन से देश सोशल मीडिया पर बैन लगा रहे हैं?
ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, डेनमार्क, फ्रांस, स्पेन और अन्य देश इस दिशा में कदम उठा रहे हैं।
क्या यह तानाशाही का संकेत है?
कुछ लोग इसे तानाशाही मानते हैं जबकि अन्य इसे बच्चों की सुरक्षा के लिए आवश्यक मानते हैं।
Nation Press