क्या एयरस्पेस में दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं, ये हाइब्रिड खतरा है?
सारांश
Key Takeaways
- ईयू एयरस्पेस सुरक्षा पर गंभीर है।
- लिथुआनिया के संदिग्ध गुब्बारे एक हाइब्रिड खतरा हैं।
- सैन्य उपकरणों में निवेश बढ़ाने की आवश्यकता है।
स्टॉकहोम, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष वॉन डेर लेयेन ने लिथुआनिया में देखे गए संदिग्ध गुब्बारों को 'उकसावे' की कार्रवाई कहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हम एयरस्पेस में किसी भी प्रकार की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं कर सकते।
नॉर्डिक काउंसिल की बैठक में वॉन डेर लेयेन ने भाग लिया। इसके पश्चात साझा कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि हम एयरस्पेस में किसी प्रकार की रुकावट नहीं सहन कर सकते। लिथुआनिया के साथ 'एकजुटता' दिखाते हुए उन्होंने कहा, "ये एक उकसावा, एक हाइब्रिड खतरा है जिसे हम स्वीकार नहीं कर सकते।"
उन्होंने लिथुआनिया के कदम का समर्थन करते हुए यह भी कहा कि यह ईयू की अपनी तैयारी और सैन्य उपकरणों (जिसमें ड्रोन भी शामिल हैं) में निवेश बढ़ाने की योजनाओं से संबंधित है, क्योंकि "हम अपने एयरस्पेस या क्षेत्र में किसी भी घुसपैठ को बर्दाश्त नहीं करेंगे।"
इससे पहले, मंगलवार को बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने लिथुआनियाई सीमा बंद करने को 'क्रेजी स्कैम' कहा। लुकाशेंको ने लिथुआनिया की पीएम द्वारा बेलारूस से लगी सीमा बंद करने के निर्णय की आलोचना की।
लुकाशेंको ने बॉर्डर बंद करने को 'क्रेजी स्कैम' बताया, उनका कहना था कि इसका उद्देश्य क्षेत्र में चीनी व्यापार प्रवाह को रोकना था। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यदि मिन्स्क वास्तव में इसके लिए जिम्मेदार हुआ तो वह माफी मांगने के लिए तैयार रहेंगे। बेलारूसी सरकारी न्यूज एजेंसी बेल्टा ने लुकाशेंको के हवाले से कहा कि लिथुआनिया ने "एक बेतुका बहाना बनाया है।"
लिथुआनिया की प्रधानमंत्री ने सोमवार (27 अक्टूबर) को अपने देश की सुरक्षा परिषद के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अपने एयरस्पेस में देखे गए संदिग्ध गुब्बारों की घटना को गंभीरता से लेती हैं और बेलारूस से लगी सीमाओं को बंद करने का निर्णय करती हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि स्वीडन में नॉर्डिक काउंसिल (स्वीडन, डेनमार्क, फिनलैंड और नॉर्वे) की बैठक चल रही है। यह बैठक 27 अक्टूबर को शुरू हुई थी और इसका समापन 30 अक्टूबर को होगा। मंगलवार को बैठक के बाद ही रूस और यूक्रेन युद्ध समेत कई मुद्दों पर मीडिया के सवालों का जवाब दिया गया।