क्या बंगाल में महिलाओं का सम्मान नहीं है? : अग्निमित्रा पॉल

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है।
- राज्य में न्याय की कमी है।
- आरोपी मनोजीत के खिलाफ कई शिकायतें हैं।
- पुलिस का रवैया सवाल उठाता है।
- राजनीतिक दलों को इस पर एकजुटता से काम करना चाहिए।
कोलकाता, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कोलकाता में दुष्कर्म मामले पर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि बंगाल में महिलाओं का न तो सम्मान है और न ही सुरक्षा, और यह कोई पहली घटना नहीं है। आरोपियों में से एक मनोजीत लगातार उस लड़की को निशाना बनाता था।
अग्निमित्रा पॉल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि मनोजीत उस लड़की को टारगेट करता था। यदि वह उसकी बात नहीं मानती थी, तो उसे सजा मिलती थी। उसे मनोजीत के साथ समुद्र किनारे दो दिन बिताने की धमकी दी जाती थी। यदि वह जाती तो सजा नहीं मिलती, लेकिन नहीं जाने पर उसे बहुत कष्ट भोगना पड़ता। कई लड़कियों ने कसबा थाने में शिकायत की है, लेकिन वहाँ के अधिकारी कहते हैं कि 'मनोजीत तो बहुत ही हेल्पफुल लड़का है।'
अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि यह एकमात्र घटना नहीं है। मनोजीत ने कई महिलाओं का बलात्कार किया है, उनके वीडियो बनाए हैं और उन्हें ब्लैकमेल किया है। जहाँ भी लड़कियां जाती हैं, वह उनकी तस्वीरें खींचता है और ब्लैकमेल करता है।
उन्होंने ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कहती हैं कि 'लक्ष्मी भंडार' जैसी योजना से महिलाओं को सम्मान मिल रहा है, लेकिन महिलाओं को न्याय देने की व्यवस्था होनी चाहिए। इस राज्य में कोई सजा नहीं मिलती। 14 साल में एक भी कड़ा दंड नहीं दिया गया। बंगाल में महिलाओं का न तो सम्मान है और न ही सुरक्षा।
उन्हें ने कहा कि लॉ कॉलेज की जनरल बॉडी के अध्यक्ष तृणमूल विधायक अशोक देव हैं और वह इन सब बातों को भली-भांति जानते हैं। अशोक देव ने ही मनोजीत को इस कॉलेज में नौकरी दिलाई थी। टीएमसी का तरीका 'एक तरफ नौकरी करो और दूसरी तरफ बलात्कार करो' है। यदि तृणमूल अब कहती है कि हम कुछ नहीं जानते, तो यह पूरी तरह से झूठ है।
उन्हें ने कहा कि यदि राज्य के हर सरकारी कॉलेज में स्टिंग ऑपरेशन किया जाए, तो ऐसी घटनाएँ हर कॉलेज में सामने आएंगी। बाहरी लोग, दूसरे कॉलेजों के छात्र या फिर इसी कॉलेज के सीनियर छात्र पूरे दिन कॉलेज में बैठकर लड़कियों पर अत्याचार करते हैं। जब कोई लड़की पुलिस में शिकायत करती है, तो थाना कुछ नहीं करता है।