क्या बरेली विवाद सोची-समझी साजिश है? सरकार की नाकामी छुपाने की कोशिश: अजय राय

सारांश
Key Takeaways
- बरेली विवाद को साजिश बताया गया है।
- सरकार पर नाकामियों को छुपाने का आरोप है।
- राजनीति में धर्म का दुरुपयोग चिंता का विषय है।
लखनऊ, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने शनिवार को बरेली विवाद की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि यह साजिश है, जिसे जानबूझकर भड़काया जा रहा है।
उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए यह सब कुछ करवा रही है। पुलिस की तरफ से यह लाठी चलवाई गई है, जो कि पूरी तरह से निंदनीय है। इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है।"
उन्होंने कहा कि सरकार की इजाजत के बगैर एक पत्ता भी नहीं हिलेगा। जब सरकार चाहती है, तो हमें हाउस अरेस्ट करवा लेती है। यह सब जानबूझकर होने दिया गया है, जिसका मतलब है कि यह सब किसी की शह पर किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह से गलत है। इस आड़ में लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश करते हैं।
वहीं, 'आई लव मोहम्मद' अभियान पर अजय राय ने कहा कि हिंदुस्तान में हर व्यक्ति को अपने ईश्वर से प्यार करने का पूरा अधिकार है। लेकिन, यह अफसोस की बात है कि इसमें राजनीति का रंग घोलने की कोशिश की जा रही है, जो कि बिल्कुल भी उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि ये लोग आम जनमानस को परेशान करने के लिए उनके मकान गिराते हैं, उनके संसाधनों पर कब्जा करते हैं और उन्हें बेवजह परेशान करते हैं।
इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बयान पर अजय राय ने कहा कि निश्चित तौर पर हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को यह बात खुलकर बतानी चाहिए। उन्हें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बयान के पीछे का पूरा ध्येय बताना चाहिए कि आखिर उन्होंने किस मकसद से यह बयान दिया है। हमारे प्रधानमंत्री को सामने आकर यह स्पष्ट करना चाहिए कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की बातों में कितनी सच्चाई है, नहीं तो इससे लोगों के बीच में भ्रम की स्थिति पैदा होगी।