क्या बंगाल की जनता और भाजपा कार्यकर्ता हमलों से डरेंगे? सांसद राजू बिस्ता

सारांश
Key Takeaways
- राजू बिस्ता का साहसिक बयान
- टीएमसी के खिलाफ भाजपा का आक्रामक रुख
- पश्चिम बंगाल में स्वतंत्र चुनाव की आवश्यकता
- प्राकृतिक आपदाओं में भाजपा का राहत कार्य
- राजनीतिक तनाव और उसके प्रभाव
सिलीगुड़ी, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद राजू बिस्ता ने अपने ऊपर हुए हमले के बाद पश्चिम बंगाल सरकार और टीएमसी पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे टीएमसी के लोग बंगाल के गौरव और विरासत को धूमिल कर रहे हैं।
राजू बिस्ता ने टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में हो रहे हमलों से न तो राज्य की जनता डरेगी और न ही भाजपा के नेता-कार्यकर्ता।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बिस्ता ने कहा, "कितने भी हमले कर लें, बंगाल की जनता, भाजपा के नेता और कार्यकर्ता इन लोगों से डरने वाले नहीं हैं।" उन्होंने नॉर्थ बंगाल में हाल ही में आई बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदा का जिक्र करते हुए बताया कि भाजपा के नेता प्रभावित इलाकों में जाकर जनता से मिल रहे हैं, उनकी मदद कर रहे हैं और आवश्यक सामग्री पहुंचा रहे हैं।
उन्होंने मांग करते हुए कहा, "मेरा कहना है कि पश्चिम बंगाल की स्थिति को लेकर चुनाव आयोग को भी विचार करना चाहिए। आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य में मतदाताओं को स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान का अवसर मिले। जब तक पश्चिम बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं होंगे, सही आंकड़े सामने नहीं आएंगे। इस बारे में राष्ट्रपति से लेकर भारत सरकार को भी विचार करना चाहिए।"
राजू बिस्ता पर हमले को लेकर भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल कहती हैं, "आज अगर कोई भाजपा सांसद और विधायक किसी की मदद करने जाता है, तो उसे काला झंडा दिखाया जाता है या हमला भी किया जाता है। ममता बनर्जी दावा करती हैं कि वह आदिवासियों के साथ खड़ी हैं, लेकिन हमारे आदिवासी सांसद खगेन मुर्मू पर हमला किया जाता है और हमारे विधायक शंकर घोष पर हमला किया जाता है। शनिवार को ही राजू बिस्ता, जो इस क्षेत्र से बाहर के सांसद हैं, उनके साथ भी मारपीट की गई। खगेन मुर्मू की आज की एफआईआर में नाम दर्ज हैं। हम सबने देखा कि वीडियो में कौन-कौन है, फिर भी एक भी व्यक्ति गिरफ्तार नहीं हुआ।"