क्या भारत को अपने अधिकारों के लिए मजबूती से खड़ा होना चाहिए?: कृष्णा अल्लावारु

सारांश
Key Takeaways
- भारत को अमेरिका के टैरिफ के खिलाफ मजबूती से खड़ा होना चाहिए।
- केवल भाषण देने से कुछ नहीं होगा, ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
- जनता को अपने अधिकारों के लिए जागरूक होना होगा।
पटना, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका द्वारा 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने की चर्चाएँ जारी हैं। इस पर बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावारु ने कहा कि भारत को अपने हक और अधिकार के लिए अमेरिका के सामने दृढ़ रहना चाहिए, और अपनी बात को मजबूती से प्रस्तुत करना चाहिए। केवल भाषण देने से काम नहीं चलेगा।
उन्होंने पटना में कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री का काम कर रहे हैं, ऐसा देशवासियों को लगता है। क्योंकि पाकिस्तान से बातचीत ट्रंप कर रहे हैं। हमारे व्यापार में क्या होना है, यह ट्रंप बता रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए कहा कि क्या हमें प्रधानमंत्री की कुर्सी पर ट्रंप को ही बैठा देना चाहिए, क्योंकि देश तो वही चला रहे हैं।
राजद नेता तेजस्वी यादव के दो एपिक कार्ड रखने के मामले में चुनाव आयोग द्वारा दोबारा नोटिस भेजने पर उन्होंने कहा कि आयोग को अपना काम याद दिलाना चाहिए। यदि नोटिस भेजना है तो उन सभी बीएलओ को भेजें, जिन्होंने घर बैठकर या बंद कमरे में बैठकर पब्लिक के दस्तखत करते हुए वोटर लिस्ट में नाम जोड़े।
उन्होंने कहा, "यदि सही में कार्रवाई होती तो बिहार में डीएम से लेकर बीएलओ तक पर एफआईआर करते-करते प्रशासन थक जाता। कार्रवाई उस स्थान पर होनी चाहिए, जब होनी चाहिए, लेकिन नहीं हो रही है। लाखों और करोड़ों के स्तर पर वोटर लिस्ट में धांधलियां प्रशासन ने की हैं। यदि कार्रवाई होनी चाहिए तो पहले उन पर होनी चाहिए।"
उन्होंने जनता से पूछने का सुझाव दिया, "आपको हजारों-लाखों की संख्या में पर्चे बनाने पड़ेंगे, एफआईआर दर्ज करवाना पड़ेगा। यदि चुनाव आयोग निष्पक्ष है, तो पहले यह कार्रवाई करके दिखाएं, तब हम मानेंगे।" उन्होंने कहा कि ज्ञानेश कुमार भाजपा के पिट्ठू हैं।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एसआईआर के खिलाफ चुनाव बहिष्कार की बात के संदर्भ में कहा, "चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है। राहुल गांधी ने आज दिखाया है कि भाजपा और चुनाव आयोग बंद कमरे में मिलकर दो और दो पांच कर रहे थे। हमने इसे एक्सपोज किया। डाटा दिखाने पर कोई जवाब नहीं आया। उल्टा इसे छुपा दिया गया। अभी बिहार में खुलकर दो और दो पांच से दो और दो 50 करने की प्रक्रिया चल रही है, जिसका हम विरोध करते हैं और हर तरीके से तैयार हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि जो भी निर्णय लिया जा रहा है, वह इंडिया ब्लॉक में मिलकर लिया जा रहा है। जब निर्णय लेंगे, तब आगे बढ़ेंगे। अभी हम यात्रा के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने वाले हैं, हर कदम पर मिलकर फैसला लेंगे।