क्या बिहार चुनाव में गया शहर की जनता सरकार की नाकामी को समझ रही है? : धीरेंद्र अग्रवाल
सारांश
Key Takeaways
- धीरेंद्र अग्रवाल का आरोप है कि सरकार ने विकास के लिए कुछ नहीं किया।
- जनता इस बार विकास के नाम पर वोट देने की सोच रही है।
- जन सुराज पहली बार 243 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
गया, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की गया शहर सीट से जन सुराज के उम्मीदवार धीरेंद्र अग्रवाल ने सरकार पर काम न करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मैंने भाजपा से दो बार और राजद से एक बार सांसद का पद संभाला है, लेकिन अब तक बिहार में सरकार ने कोई ठोस काम नहीं किया है।
धीरेंद्र अग्रवाल ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "गया शहर में जो विकास होना चाहिए था, वह सरकार ने नहीं किया। मुझे लगा कि जब इस शहर ने मुझे इतना कुछ दिया है, तो मुझे भी इसके लिए कुछ करना चाहिए। जन सुराज की विचारधारा विकास पर केंद्रित है, इसलिए मैं इस पार्टी में शामिल हुआ और उन्होने मुझे यहाँ अपना उम्मीदवार चुना है।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार जनता उन सभी नेताओं को नकार रही है जो उनकी समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। लोगों को डर है कि वे हार सकते हैं, इसलिए सभी पार्टियों के लोग दूसरे स्थानों के नेताओं और मंत्रियों को बुलाकर चुनाव प्रचार करवा रहे हैं। जन सुराज पहली बार 243 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
धीरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि मैंने बीच में राजनीति से दूरी बना ली थी, लेकिन गया की जनता ने मुझे वापस आने के लिए कहा है ताकि मैं यहाँ विकास कर सकूं। गया के लोग अभी भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, जिससे उनका विकास संभव नहीं हो पा रहा है। हर पार्टी केवल अपना विकास करना जानती है, उन्हें जनता के विकास से कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि जन सुराज ने मुझ पर विश्वास जताया है और मैं उनके विश्वास को बढ़ाने का काम करूंगा। चुनाव अभियान सही दिशा में चल रहा है। मैं वैश्य समाज से हूं, लेकिन सरकार ने हमारे समाज का भी विकास नहीं किया है। गया की जनता अब किसी के बहकावे में आने वाली नहीं है। हम यहाँ से जीत रहे हैं और बिहार में जन सुराज अच्छा प्रदर्शन करेगी।
मैं गया की जनता से यही अपील करता हूं कि वे केवल विकास के नाम पर वोट करें और किसी के बहकावे में न आएं, जिससे उनका विकास हो सके।