क्या बिहार चुनाव में महागठबंधन का घोषणापत्र सिर्फ जुमलेबाजी है? : दिलीप जायसवाल
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन का घोषणापत्र जुमलेबाजी है।
- बिहार की जनता समझदार है।
- राहुल गांधी का बयान विवादित है।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नेतृत्व में विकास हुआ है।
- किसान और महिलाएं सशक्त हुए हैं।
पटना, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पीएम मोदी के खिलाफ राहुल गांधी की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दी और महागठबंधन के घोषणापत्र को निरर्थक करार दिया।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मानसिक तनाव में हैं। जब कोई नेता इस स्थिति में होता है, तो ऐसी ही बातें करता है। उन्हें अपने शब्दों पर गौर करना चाहिए। छठ महापर्व का जिस प्रकार उन्होंने अपमान किया है, वह बिहार की जनता कभी नहीं भूलेगी।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महागठबंधन द्वारा जारी घोषणापत्र को दिलीप जायसवाल ने जुमलेबाजी बताया। उन्होंने कहा कि यह घोषणापत्र केवल हवा हवाई है। बिहार की जनता सब कुछ समझती है और मतदान के दिन अपने फैसले का इज़हार करेगी।
इससे पूर्व राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के इस बयान पर कि तेजस्वी यादव को 'जननायक' बनने में समय लगेगा, जायसवाल ने कहा कि तेजस्वी को उनकी पार्टी के लोग ही सलाह दे रहे हैं। अब वह समय गया जब राजाओं के बेटे ही अगला राजा बनते थे। लोकतंत्र में नेतृत्व विरासत में नहीं मिलता।
पप्पू यादव को लेकर उन्होंने कहा कि वह अल्पसंख्यक वोटों की रक्षा के लिए कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। कांग्रेस ने उन्हें जिस प्रकार अपमानित किया है, उससे कोई छोटा नेता भी बाहर निकल गया होता। सीमांचल के नेता के नाते पप्पू यादव सिर्फ अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए कांग्रेस में बने हुए हैं।
दिलीप जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार का विकास हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष पैकेज देकर बिहार की प्रगति सुनिश्चित की है। राज्य में महिलाओं का सशक्तिकरण और किसानों की समृद्धि बढ़ी है।