क्या बिहार में बहार है? निषाद समाज एनडीए को वोट करेगा: संजय निषाद

सारांश
Key Takeaways
- बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए का विकास का दावा।
- निषाद समाज का समर्थन एनडीए के लिए महत्वपूर्ण है।
- सीट बंटवारे की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है।
- संजय निषाद का राजनीतिक दृष्टिकोण और विचार।
लखनऊ, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जैसे-जैसे चुनावी प्रक्रिया आगे बढ़ रही है, सभी राजनीतिक पार्टियाँ प्रदेश में नई सरकार बनाने के लिए दावे कर रही हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने कहा कि बिहार में एनडीए के नेतृत्व में विकास की लहर चल रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए शुक्रवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन एनडीए और इंडी गठबंधन के बीच सीट बंटवारे का फॉर्मूला अभी तक तय नहीं हुआ है। एनडीए के नेताओं का कहना है कि अगले एक-दो दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। वहीं, कांग्रेस नेताओं का कहना है कि उनकी उम्मीदवारों की सूची शुक्रवार शाम तक जारी हो सकती है। संजय निषाद ने कहा कि बिहार में एनडीए के नेतृत्व में विकास हुआ है और यहाँ निषाद समाज की 18 फीसदी आबादी आरक्षण के मुद्दे पर एनडीए उम्मीदवारों को वोट देगी।
बसपा प्रमुख मायावती द्वारा भाजपा की प्रशंसा किए जाने पर संजय निषाद ने कहा कि हमें उन लोगों के खिलाफ बोलना चाहिए जो पीड़ितों को नुकसान पहुँचाने का प्रयास करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले पर स्पष्ट हैं, यही वजह है कि मायावती ने हमारी सरकार की तारीफ की।
उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के योगी आदित्यनाथ के प्रति दिए बयान पर कहा कि लोग जो चाहें कह सकते हैं, लेकिन चीफ जस्टिस पर हमले की कोशिश निंदनीय है। कानून अपना काम करेगा।
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान पर दिए बयान पर उन्होंने कहा कि इसका राजनीतिकरण करने की आवश्यकता नहीं है। जनता सब समझती है और पुरखों के नाम पर राजनीति करने वाले असफल होंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा एसआईआर के विरोध पर उन्होंने कहा कि जनता ही जनार्दन है, वही निर्णय लेगी।