क्या बिहार में भाजपा की जमीन खिसकी? : सुरेंद्र राजपूत
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में भाजपा की स्थिति कमजोर हो रही है।
- महागठबंधन का समर्थन बढ़ रहा है।
- निशिकांत दुबे को मानसिक संतुलन की आवश्यकता है।
- भाजपा सरकार में महिलाओं के खिलाफ घटनाएं बढ़ रही हैं।
- बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं।
लखनऊ, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बिहार में भाजपा की जमीन खिसक चुकी है, जिसके कारण उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि अब एनआरसी, सीएए और घुसपैठ के नाम पर भाजपा को वोट नहीं मिलेंगे। बिहार की जनता ने भाजपा का मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया है। निशिकांत दुबे को आगरा के मानसिक चिकित्सालय में इलाज की जरूरत है, जहां योगी के राज में अच्छा उपचार मिलेगा।
उन्होंने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। बिहार के युवा रोजगार की ओर बढ़ रहे हैं, और किसान फसलों के उचित मूल्य के लिए महागठबंधन की ओर रुख कर रहे हैं। महागठबंधन की सरकार रोजगार के लिए काम करेगी। युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि निशिकांत दुबे अब ‘सुपर पीएम’ और ‘सुपर गृह मंत्री’ बन गए हैं। गृह मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय के सभी अपडेट पहले निशिकांत दुबे के पास पहुंचते हैं, उसके बाद ही उनके बड़े लीडर बोलते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों के साथ हुए उत्पीड़न पर राजपूत ने भाजपा सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जहां भी भाजपा की सरकार है, वहां ऐसी घटनाएं हो रही हैं। मंदसौर में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने महिलाओं के कपड़े बदलते समय वीडियो रिकॉर्ड किया। दिल्ली में डूसू के एक एबीवीपी पदाधिकारी ने एक शिक्षिका को थप्पड़आत्महत्या कर लेता है। मध्य प्रदेश में अपराध चरम पर है। अब यह जंगलराज विदेशों में भी देश को शर्मसार कर रहा है।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर दो चरण में मतदान 6 और 11 नवंबर को हैं। जबकि, 14 नवंबर को परिणाम घोषित होंगे।