क्या बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी? : दीपिका पांडेय सिंह

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन का समर्थन बढ़ रहा है।
- एनडीए के दावे बेनकाब हो चुके हैं।
- सीट बंटवारे में सहमति बन रही है।
- बिहार में बदलाव की लहर चल रही है।
- घाटशिला उपचुनाव में जीत का विश्वास।
दुमका, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड की ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण दावा किया है। उनका कहना है कि इस बार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। एनडीए के '400 पार' जैसे दावों को जनता पहले ही ठुकरा चुकी है।
पत्रकारों से बात करते हुए दीपिका ने एनडीए पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, "बिहार के नागरिक बदलाव के पक्ष में वोट डालने के लिए तैयार हैं और आने वाले समय में वहां बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा। एनडीए के '400 पार' जैसे दावों का सच अब जनता के सामने आ चुका है। इस बार बिहार में महागठबंधन को लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है।"
उन्होंने सीट बंटवारे के संबंध में चल रही चर्चाओं पर भी अपनी राय दी।
महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम सहमति बनने की प्रक्रिया में है। कांग्रेस को 61-63 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि आरजेडी मुख्य साझेदार बनी रहेगी।
दीपिका ने कहा, "सीटों को लेकर आ रही समस्याएं जल्द हल हो जाएंगी। यह सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन जदयू और बीजेपी के बीच जो चल रहा है, वैसा शायद किसी अन्य गठबंधन में नहीं होता।"
उन्होंने एनडीए में आंतरिक कलह का जिक्र करते हुए कहा कि जदयू ने 57 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जबकि बीजेपी ने 101 नामों की लिस्ट दी है, लेकिन सहयोगी दलों में असंतोष स्पष्ट है। महागठबंधन विकास, रोजगार और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर मजबूती से खड़ा है।
उन्होंने कहा कि कुछ सर्वे एनडीए को बढ़त दिखा रहे हैं, लेकिन वास्तविकता महागठबंधन के पक्ष में है। जन सुराज और एआईएमआईएम जैसे तीसरे मोर्चे भी एनडीए के वोटों में कमी कर सकते हैं। बिहार में बदलाव की लहर चल रही है। महागठबंधन की एकजुटता से एनडीए का गणित बिगड़ सकता है।
झारखंड के घाटशिला विधानसभा उपचुनाव के बारे में दीपिका ने महागठबंधन के उम्मीदवार की शानदार जीत का विश्वास जताया। उन्होंने कहा, "घाटशिला में हमारी जीत सुनिश्चित है। वहां आदिवासी मुद्दों पर जनता का समर्थन मिलने वाला है।"