क्या सुशासन और विकास एनडीए की पहचान हैं? : अनुप्रिया पटेल
सारांश
Key Takeaways
- बिहार में विकास की गति बढ़ी है।
- एनडीए ने भ्रष्टाचार मुक्त शासन का आश्वासन दिया है।
- महिलाओं के अधिकारों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- राजनीतिक दलों में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है।
- बिहार में जागरूक मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
पटना, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने शनिवार को कहा कि पटना में बदलाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है और यह निश्चितता के साथ कहा जा सकता है कि बिहार परिवर्तन के मार्ग पर अग्रसर है।
उन्होंने बिहार चुनाव के पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह एनडीए के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार में कई महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुए हैं। पहले यहाँ लोग बिजली और सड़कों के लिए तरसते थे, लेकिन अब बिहार एक नए युग में प्रवेश कर चुका है। एनडीए ने अपने संकल्प पत्र में एक करोड़ नौकरियों और रोजगार देने का वादा किया है, जबकि महागठबंधन सिर्फ भ्रम फैला रहा है।
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि एनडीए ने जो कहा है, उसे पूरा भी किया है। सुशासन, विकास, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन, निरंतर विकास और तेज विकास एनडीए की पहचान बनी हुई है।
अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि डबल इंजन की सरकार ने बिहार में जिस गति से कार्य किए हैं, उससे विश्वास है कि बिहार के जागरूक मतदाता एक बार फिर दो तिहाई बहुमत से एनडीए की सरकार बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि जब बिहार की जनता वोट डालने जाती है, तो एक ओर उसे लालू यादव के नेतृत्व वाला राजद का शासनकाल और दूसरी ओर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार दिखाई देती है।
अनुप्रिया पटेल ने कांग्रेस और राजद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे चुनाव के बीच में कट्टा और तमंचा के बारे में बोलने से नहीं चूक रहे हैं। राजद का रंग अब कांग्रेस पर भी चढ़ चुका है। उस समय, यानी जंगलराज में, बिहार की पहचान कट्टा, फिरौती, अपहरण और डकैती से होती थी। बिहारी कहलाना लोगों के लिए अपमान की बात थी। चारों ओर घोटालों की गूंज थी।
केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने आगे कहा कि एक ओर एनडीए की सरकार है जो बिहार को आगे बढ़ा रही है। सीएम नीतीश कुमार ने जंगलराज और गुंडाराज को समाप्त किया है। उनके नेतृत्व में बिहार आज भ्रष्टाचार मुक्त शासन देख रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि आज सभी पार्टियाँ नारी शक्ति को लुभाने में लगी हैं। उन्होंने महिलाओं को रोल मॉडल और जमुई से एनडीए की प्रत्याशी श्रेयसी सिंह के कार्यालय में राजद के प्रत्याशी शमशाद आलम द्वारा तोड़फोड़ की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि एक ओर ये लोग महिला अधिकारों की बात करते हैं और दूसरी ओर ये लोग चुनाव लड़ रही प्रसिद्ध शूटर श्रेयसी सिंह के कार्यालय में जाकर गुंडागर्दी कर रहे हैं।