क्या बिहार में एनडीए सरकार ने विकास की धारा को हर घर तक पहुंचाया? : नित्यानंद राय

सारांश
Key Takeaways
- स्वार्थ की राजनीति से विकास प्रभावित होता है।
- एनडीए सरकार ने विकास को प्राथमिकता दी है।
- महागठबंधन में परिवारवाद की राजनीति हो रही है।
- बिहार की जनता भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी है।
- 2025 के चुनाव में जनता का फैसला महत्वपूर्ण होगा।
पटना, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एवं भाजपा सांसद नित्यानंद राय ने महागठबंधन पर तीखा हमला किया है।
उन्होंने कहा कि राजद, कांग्रेस, और कम्युनिस्ट गठबंधन में जो घमंड दिखाई दे रहा है, वह स्वार्थ के टकराव का संकेत है। यह गठबंधन केवल स्वार्थ के लिए बना है। राजद और कांग्रेस परिवारवाद की राजनीति करती हैं।
उनका कहना है कि ये पार्टियां परिवार से बाहर नहीं सोचतीं, और इसके संस्कार में भ्रष्टाचार और अपराधियों को संरक्षण देना शामिल है। जहां स्वार्थ की राजनीति होती है, वहां विकास ठहर जाता है।
उन्होंने कहा कि इन्हें बिहार के विकास से कोई सरोकार नहीं है, और इसलिए स्वार्थी राजनीतिकों को बिहार की जनता सबक सिखाएगी। बिहार के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास पर विश्वास करते हैं।
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने विकास की धारा को हर घर तक पहुंचाया है। विकास ही हमारा आधार है और जनता विकास है।
केंद्रीय राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने पहले भी कहा कि लालू परिवार के कारण बिहार को बड़ी बदनामी मिली थी, जिसे बिहार की जनता भलीभांति जानती है। जनता समझती है कि 15 साल में बिहार की बदनामी और विकास की कमी राजद के शासनकाल के कारण हुई।
उन्होंने कहा कि 15 साल के जंगलराज में बिहार में कई घोटाले हुए, जिसके कारण हजारों करोड़ रुपए लालू परिवार के पास गए, जिससे बिहार का विकास बाधित हुआ। इन घोटालों ने बिहार को बहुत बदनाम किया है। रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने जो घोटाला किया, वह राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय था। बिहार में इन लोगों ने कई और घोटाले किए।
नित्यानंद राय ने कहा कि अब 2025 के चुनाव की घोषणा हो चुकी है। बिहार की जनता 'जंगलराज' स्थापित करने वाली भ्रष्टाचारी पार्टियों और परिवारों को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी और कभी सत्ता नहीं सौंपेगी।