क्या राहुल गांधी के खुलासे से भाजपा को बुरा लग रहा है?: एसटी हसन

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के खुलासे ने भाजपा को परेशान किया है।
- डॉ. एसटी हसन ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
- भ्रष्टाचार और घुसपैठ का मुद्दा महत्वपूर्ण है।
- चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं।
- मतदाता सूची में धांधली की शिकायतें की गई हैं।
मुरादाबाद, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राहुल गांधी पर किए गए बयान को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने भाजपा पर निशाना साधा।
डॉ. एसटी हसन ने राष्ट्र प्रेस से कहा कि गृह मंत्री को क्या यह बात शोभा देती है। यदि भ्रष्टाचार और अपराध उजागर हुआ है तो गृह मंत्री को चाहिए था कि इसकी सही जांच करवाते और उसके बाद ठोस कार्रवाई करते। आखिर हमारे गृह मंत्री को इतनी तकलीफ क्यों हो रही है? उनका काम तो कानून का पालन कराना है और ईमानदारी से कार्य करना है। भाजपा नेताओं को राहुल गांधी के खुलासे से इतनी मिर्ची क्यों लग रही है, ऐसा प्रतीत होता है कि चुनाव आयोग और भाजपा एक-दूसरे के लिए काम कर रहे हैं।
डॉ. हसन ने कहा कि राहुल गांधी जितना पढ़ सकते हैं, उतना संविधान पढ़ रहे होंगे। मैं गृह मंत्री के बयान का पूरी तरह समर्थन करता हूँ। घुसपैठियों का चुनाव में कोई काम नहीं है, देश के नागरिकों को हमारा चुनाव आयोग घुसपैठिया घोषित नहीं कर सकता। इस समय देश के नागरिकों को घुसपैठिया घोषित कर वोट से वंचित करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को शपथ पत्र देने की जरूरत ही क्या है। एक छोटे से कमरे में 40 आदमी रह रहे हैं, पिता का नाम सही नहीं लिखा है, मकान नंबर तक सही नहीं है। इतनी छोटे फोटो बना दिए हैं कि पहचानना संभव नहीं है। यह एक बहुत बड़ा रैकेट है। यह रैकेट जिसे राहुल गांधी ने उजागर किया है, यदि यह किसी ईमानदार सरकार में होता तो शायद देश में बहुत बड़ी उथल-पुथल हो चुकी होती।
डॉ. हसन ने कहा कि मैंने मुरादाबाद में चुनाव आयोग का रैकेट पकड़ा था। उन लोगों को जिंदा दिखाया गया जो मरे हुए थे। मैंने इसकी लिखित शिकायत जिलाधिकारी और चुनाव आयोग में की थी। जांच के बाद मामला सही निकला और लोगों के नाम फिर से मतदाता सूची में जोड़े गए। भाजपा, साम दाम दंड भेद, सब कुछ करती है, यदि इसमें सफल नहीं हुए तो मतदान वाले दिन विपक्षी पार्टी के लोगों को मतदान करने नहीं देंगे।