क्या चैतन्यानंद मामला गंभीर है? पुलिस ने बाबा को 5 दिन की हिरासत में लिया

सारांश
Key Takeaways
- स्वामी चैतन्यानंद पर यौन उत्पीड़न के आरोप हैं।
- पुलिस ने उन्हें 5 दिन की हिरासत में लिया है।
- कुल 16 लड़कियों ने इस मामले में शिकायत की है।
- पुलिस सबूतों की जांच कर रही है।
- यह मामला समाज में नैतिक मुद्दों को उठाता है।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। यौन उत्पीड़न के आरोप में स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। पुलिस ने अदालत में बताया कि चैतन्यानंद ने 16 लड़कियों के साथ यौन शोषण किया है।
दिल्ली पुलिस ने एफआईआर में धारा 351(3) का उल्लेख किया है, जो एक गैर-जमानती अपराध है। यह धारा उन व्यक्तियों पर लागू होती है जो किसी को धमकी देते हैं, विशेषकर हत्या की धमकी देने के लिए। पहले इस मामले में धारा 351(2) लगाई गई थी, जो थोड़ी कम गंभीर मानी जाती है।
पुलिस ने बाबा चैतन्यानंद से पीड़ित लड़कियों का आमना-सामना कराने और उनके द्वारा छिपाए गए डिजिटल सबूतों की जांच के लिए अदालत से पांच दिन की पुलिस कस्टडी की मांग की थी। पुलिस का कहना है कि बाबा ने लड़कियों के साथ छेड़खानी के सबूतों के साथ-साथ कई डिजिटल साक्ष्य भी छिपाए हैं।
हालांकि, चैतन्यानंद के वकील ने पुलिस की इस मांग का विरोध किया। उन्होंने अदालत में कहा कि पुलिस बाबा के साथ उचित व्यवहार नहीं कर रही है। बाबा एक वरिष्ठ नागरिक और साधु हैं, जिनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। पुलिस ने बाबा के पास से सभी आवश्यक सामान जब्त कर लिया है, तो फिर रिमांड की आवश्यकता क्यों है?
दिल्ली पुलिस ने अदालत को बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित लड़कियों के बयान लेना अत्यंत आवश्यक है। लड़कियों को अल्मोड़ा, गुड़गांव और फरीदाबाद ले जाया जाता था।
पुलिस ने यह भी बताया कि बाथरूम तक में कैमरे लगाए गए थे। कुल 16 लड़कियों ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है, जो इसे एक बड़ा और गंभीर मुद्दा बनाता है।
पुलिस इस मामले में आईपी एड्रेस की भी जांच कर रही है ताकि डिजिटल सबूतों को और मजबूत किया जा सके। जांच अभी भी जारी है और जल्द ही पुलिस और अदालत से इस मामले में और जानकारी सामने आ सकती है। फिलहाल बाबा चैतन्यानंद 5 दिन की पुलिस हिरासत में हैं और पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।