क्या चिराग पासवान को वास्तव में अफसोस है? एक भी विधायक नहीं!

सारांश
Key Takeaways
- चिराग पासवान का बयान राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है।
- रोहिणी आचार्या ने चिराग की स्थिति पर सवाल उठाया है।
- बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर नेताओं के बीच तीखी बहस चल रही है।
- तेजस्वी यादव ने भी इस मामले में अपनी राय दी है।
पटना, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के हालिया बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। चिराग ने बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर असंतोष जताया था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें इस बात का दुख है कि वे ऐसी सरकार को समर्थन दे रहे हैं, जिसमें कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
चिराग द्वारा अफसोस जताने पर रोहिणी आचार्या ने तीखा तंज किया है। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान को किस बात का अफसोस है, जबकि उनके पास एक भी विधायक नहीं है।
राजद की नेता और सारण से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी रोहिणी ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, "चिराग जी, आप कितनी मजेदार बातें करते हैं। जीजा - जमाई आयोग के संरक्षणकर्ता चिराग पासवान जी की पार्टी का बिहार में एक भी विधायक नहीं है, फिर भी वे बिहार की सरकार को अपने द्वारा दिए गए समर्थन पर अफसोस जता रहे हैं।"
इससे पहले, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी चिराग के बयान को लेकर कहा था कि बिहार में अपराधी 'विजय' और 'सम्राट' हो चुके हैं। लॉ एंड ऑर्डर का 'क्रिमिनल डिसऑर्डर' हो गया है और चिराग पासवान भी सरकार के एक हिस्से हैं, जो मुद्दा उठा रहे हैं।
तेजस्वी ने चिराग पासवान पर हमला करते हुए कहा कि चिराग केंद्रीय मंत्री हैं, उनके पाँच-पाँच एमपी हैं। चिराग ये दिखा रहे हैं कि वे कितने कमजोर हो चुके हैं। अगर उन्हें लगता है कि बिहार में अपराध बढ़ गया है, महिलाओं का अपमान हो रहा है, दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं, तो फिर वे उस गठबंधन में क्यों हैं?
दरअसल, चिराग पासवान ने शनिवार को राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा था कि उन्हें इस बात का दुख होता है कि वे ऐसी सरकार का समर्थन कर रहे हैं, जहां पर अपराध पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है। इसे नियंत्रित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा था कि प्रशासन अपराधियों के सामने नतमस्तक है।