क्या चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं? - आनंद दुबे
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने हरियाणा चुनाव में 'वोट चोरी' के आरोप लगाए।
- आनंद दुबे ने चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए।
- धोखाधड़ी के संकेतों के दस्तावेज प्रस्तुत किए गए।
- सेना पर टिप्पणियाँ अनुचित मानी गईं।
- लोकतंत्र की पारदर्शिता की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव के बीच, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में कथित 'वोट चोरी' का आरोप लगाया है। इसके परिणामस्वरूप देशभर में सियासी हलचल तेज हो गई है। राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने चुनाव आयोग और भाजपा पर तीखा हमला किया है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा की कठपुतली के रूप में कार्य कर रहा है।
आनंद दुबे ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता के दौरान ऐसे दस्तावेज पेश किए हैं, जिनसे हरियाणा चुनाव में बड़े पैमाने पर मतदाता धोखाधड़ी के संकेत मिलते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ब्राजील में एक महिला कई बार वोट डाल रही है, तो यह हमारे लोकतंत्र के लिए बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे पूर्वजों ने भारत में चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए बहुत संघर्ष किया था, लेकिन अब चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
आनंद दुबे ने कहा कि राहुल गांधी ने बताया कि हरियाणा का चुनाव कांग्रेस जीत रही थी, लेकिन साजिश के तहत पार्टी को हराया गया। यह सिर्फ हरियाणा तक सीमित नहीं है, बल्कि कई राज्यों में कांग्रेस के खिलाफ षड्यंत्र रचे गए हैं। इसके लिए हम कड़े शब्दों में चुनाव आयोग की निंदा करते हैं।
वहीं, राहुल गांधी के भारतीय सेना से जुड़ी टिप्पणियों पर जम्मू में रक्षा विशेषज्ञ कैप्टन अनिल गौर (सेवानिवृत्त) ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि राहुल गांधी को ये आंकड़े कौन बताता है कि सेना में दस प्रतिशत या बारह प्रतिशत क्या है। भारतीय सेना की चयन प्रक्रिया पूरी तरह मानकों पर आधारित है। चाहे अधिकारी हों या जवान, सभी का मूल्यांकन एक ही मानक के अनुसार किया जाता है। जाति, पंथ या समूह संबद्धता का इसमें कोई स्थान नहीं है।
कैप्टन गौर ने कहा कि सेना पर इस तरह की टिप्पणी करना न केवल अनुचित है, बल्कि यह उन सैनिकों का भी अपमान है जो देश की सीमाओं पर तैनात रहकर दिन-रात राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं।