क्या चुनाव आयोग ने सत्ता के दबाव में देश के साथ धोखा किया है?: गोविंद सिंह डोटासरा

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग को माफी मांगनी चाहिए।
- बीजेपी और चुनाव आयोग का गठजोड़ लोकतंत्र के लिए खतरा है।
- राज्यपाल सत्यपाल मलिक का अपमान किया गया।
- कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जागरूकता फैलाने की आवश्यकता।
- जनता की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।
जयपुर, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बिहार में मतदाता सूची में कथित गड़बड़ी और 'वोट चोरी' के आरोपों को लेकर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को ख़राब तरीके से लताड़ा।
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, “चुनाव आयोग को माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि वह सत्ता के दबाव में आकर देश की जनता के साथ धोखा कर रहा है। यह शर्मनाक है कि चुनाव आयोग और बीजेपी एक-दूसरे का बचाव करने में लगे हैं। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी का नाम लेने से परहेज किया, क्योंकि वह उनके नाम से डरते हैं।”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा चुनाव आयोग के बचाव में प्रेस कॉन्फ्रेंस करती है और फिर चुनाव आयोग बीजेपी के बचाव में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करता है। 'वोट चोर गद्दी छोड़' अब जनता का नारा बन चुका है। यह गठजोड़ लोकतंत्र के लिए खतरा है। चुनाव आयोग को निष्पक्षता के साथ काम करना चाहिए, लेकिन वह सत्ता के इशारों पर नाच रहा है।
गोविंद सिंह डोटासरा ने पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की प्रशंसा की और केंद्र सरकार पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सत्यपाल मलिक ने राज्यपाल रहते हुए कई ऐतिहासिक कार्य किए, लेकिन उनके कार्यकाल के अंतिम समय में केंद्र सरकार ने उनका अपमान किया।
उन्होंने कहा, “इसके बावजूद मलिक ने किसानों, सैनिकों और युवाओं के हितों की आवाज बुलंद की और लगातार उनके अधिकारों के लिए संघर्ष किया।”
गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। देश का युवा, किसान और सैनिक अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं, लेकिन सरकार उनकी आवाज को दबाने में लगी है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वे गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करें और भाजपा की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश करें। हमें लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी जनता के हितों के लिए लगातार लड़ रही है।