क्या आने वाले समय में कांग्रेस और राहुल गांधी का नेतृत्व इतिहास बनकर रह जाएगा?
सारांश
Key Takeaways
- अरुण भारती ने राहुल गांधी की आलोचना की।
- भारत न्यूक्लियर सेक्टर की ओर बढ़ रहा है।
- राहुल गांधी को अपनी दादी से प्रेरणा लेने की सलाह दी गई।
- कांग्रेस का भविष्य संदेहास्पद है।
- राजनीतिक संवाद में प्रधानमंत्री मोदी की भूमिका महत्वपूर्ण है।
पटना, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद अरुण भारती ने प्रधानमंत्री मोदी के हालिया ऐलान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भारत अब न्यूक्लियर सेक्टर को खोलने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि वे देश का अपमान करने का कार्य कर रहे हैं।
न्यूक्लियर एनर्जी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के संबंध में लोजपा (रामविलास) सांसद अरुण भारती ने कहा, "न्यूक्लियर क्षमता किसी भी देश की ऊर्जा जरूरतों को प्रभावी ढंग से पूरा करती है। यदि भारत जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करता है और न्यूक्लियर एनर्जी की ओर बढ़ता है, तो यह हमारे पर्यावरण को स्वच्छ बनाएगा और हमारी बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगा। अगर प्रधानमंत्री इस दिशा में कदम उठा रहे हैं, तो यह एक स्वागत योग्य पहल है।"
इस दौरान, राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान का समर्थन करते हुए अरुण भारती ने कहा, "आपने देखा होगा कि जब भी राहुल गांधी को विदेश में किसी फोरम पर बोलने का मौका मिलता है, तो वे बार-बार देश का अपमान करते हैं।"
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में लोजपा (रामविलास) के सांसद ने कहा, "उन्हें (राहुल गांधी) अपनी दादी से प्रेरणा लेनी चाहिए, जिन्होंने कई मौकों पर स्पष्ट कहा था कि ये भारत के आंतरिक मामले हैं और इन्हें देश के भीतर ही सुलझाया जाएगा। लेकिन राहुल गांधी ने विदेशी धरती पर देश और सरकार का अपमान करने का मौका नहीं छोड़ा।"
अरुण भारती ने कहा, "वे लगभग 95 चुनाव हार चुके हैं, फिर भी वे ईमानदारी से समीक्षा और आत्ममंथन करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। जिस प्रकार से वे चुनाव हार रहे हैं, वह पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा रहा है। यदि वे आत्ममंथन नहीं करेंगे, तो आने वाले समय में कांग्रेस और राहुल गांधी का नेतृत्व केवल इतिहास बनकर रह जाएगा।"