क्या कांग्रेस और उसके सहयोगी दल लगातार सनातन धर्म पर राजनीतिक हमला कर रहे हैं? - नलिन कोहली
सारांश
Key Takeaways
- नलिन कोहली ने कांग्रेस के नेताओं पर तीखा हमला किया।
- सनातन धर्म पर राजनीतिक हमले की चर्चा बढ़ी है।
- कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और विकास विरोधी आरोप लगे हैं।
- राहुल गांधी की टिप्पणियों को अमर्यादित बताया गया।
- भाषा के चयन का महत्व समझा गया।
नई दिल्ली, 1 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के प्रवक्ता नलिन कोहली ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ तीखा हमला किया और उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे एक अनुभवी नेता हैं। आरएसएस पर उनका यह राजनीतिक हमला इसलिए है क्योंकि उनके बेटे ने सनातन धर्म के संदर्भ में कई विवादास्पद बातें की हैं। कांग्रेस के कई सहयोगी दलों ने सनातन धर्म पर राजनीतिक हमले किए हैं और अपशब्दों का प्रयोग किया है।
कोहली ने यह भी कहा कि कांग्रेस हमेशा विवादों में घिरी रहती है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' और अन्य पाक विरोधी सैन्य अभियानों के सबूत की मांग की है। खुद कर्नाटका में कांग्रेस की सरकार पर भ्रष्टाचार और विकास विरोधी आरोप लगाए जा रहे हैं।
इससे पहले, उन्होंने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। नलिन कोहली ने राहुल की टिप्पणी को 'अमर्यादित, अपमानजनक और स्तरहीन राजनीति' करार दिया है।
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि राहुल गांधी अक्सर बिना सोचे-समझे बोलते हैं और निरर्थक शब्दों का उपयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी भी इसी मानसिकता से काम करती है।
कोहली ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी उन्हीं शब्दों से सीख लेकर आज प्रधानमंत्री के लिए अशोभनीय भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के लिए अभद्र शब्दों का प्रयोग कभी भी उचित नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, "या तो राहुल गांधी को शब्दावली के चयन की समझ नहीं है या फिर वे मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं। यह तय करना राहुल गांधी और उनकी पार्टी को होगा कि वे सार्वजनिक जीवन में किस स्तर की भाषा को स्वीकार्य मानते हैं।"