क्या कांग्रेस ऑल पार्टी मीटिंग को लेकर झूठ फैला रही है?: अमित मालवीय

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क्या कांग्रेस ऑल पार्टी मीटिंग को लेकर झूठ फैला रही है?: अमित मालवीय

सारांश

क्या कांग्रेस बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑल पार्टी मीटिंग्स में भागीदारी को लेकर झूठ फैला रही है? भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस पर तीखा हमला किया है। जानें इस मुद्दे पर उनके दावों और तथ्यों के बारे में।

Key Takeaways

  • कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठकों में भागीदारी को लेकर गलत जानकारी दी है।
  • यूपीए शासन के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की भागीदारी नहीं थी।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 से ऐसी बैठकों में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।
  • कांग्रेस को अपने दावों की स्पष्टता देनी चाहिए।
  • राजनीति में तथ्यों की सच्चाई महत्वपूर्ण है।

नई दिल्ली, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने रविवार को कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑल पार्टी मीटिंग्स में भागीदारी को लेकर बार-बार झूठ फैला रही है।

उन्होंने तथ्यों के साथ स्पष्ट किया कि यूपीए शासनकाल में न तो तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और न ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कभी ऐसी बैठकों में हिस्सा लिया।

मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपने पोस्ट में लिखा, "कांग्रेस एक बार फिर बेनकाब हो गई है। प्रधानमंत्री की सर्वदलीय बैठकों में भागीदारी को लेकर खुलेआम झूठ बोल रही है।"

उन्होंने बताया कि यूपीए शासन के दौरान संसद के सुचारू संचालन के लिए फ्लोर लीडर्स की सर्वदलीय बैठकें जरूर हुईं, लेकिन 13 अगस्त 2013 को आयोजित पहली बैठक से लेकर फरवरी 2014 तक सभी बैठकें केवल संसदीय कार्य मंत्री द्वारा संचालित की गईं। इन बैठकों में प्रधानमंत्री या सोनिया गांधी की कोई मौजूदगी नहीं थी।

इसके विपरीत, उन्होंने दावा किया कि एनडीए सरकार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जुलाई 2014 से खुद ऐसी बैठकों में भाग लेना शुरू किया, जो जिम्मेदारी और संवाद का नया मानक था। उन्होंने बताया कि 2014 से 2021 तक पीएम मोदी ने नियमित रूप से इन बैठकों में हिस्सा लिया ताकि संसद का संचालन बेहतर हो सके।

मालवीय ने यह भी स्पष्ट किया कि 2021 के बाद यह परंपरा रक्षा और संसदीय कार्य मंत्रियों द्वारा आगे बढ़ाई गई, जैसा कि यूपीए काल में भी प्रचलित था।

उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया, “कांग्रेस को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर 10 वर्षों में डॉ. मनमोहन सिंह या सोनिया गांधी ने एक भी सर्वदलीय बैठक में हिस्सा क्यों नहीं लिया?”

अमित मालवीय ने अपने पोस्ट के अंत में कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए लिखा, "निष्कर्ष साफ है कि कांग्रेस के पास न स्मृति है, न स्थिरता और न ही कोई विश्वसनीयता।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप नई बात नहीं हैं। लेकिन तथ्यों की रोशनी में सही जानकारी प्रस्तुत करना महत्वपूर्ण है। कांग्रेस और भाजपा दोनों को अपने दावों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
NationPress
20/07/2025

Frequently Asked Questions

कांग्रेस पर अमित मालवीय के आरोप क्या हैं?
अमित मालवीय ने कहा है कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑल पार्टी मीटिंग्स में भागीदारी को लेकर बार-बार झूठ फैला रही है।
क्या यूपीए शासन में सर्वदलीय बैठकें होती थीं?
मालवीय के अनुसार, यूपीए शासन के दौरान ऐसी बैठकें केवल संसदीय कार्य मंत्री द्वारा संचालित की जाती थीं, प्रधानमंत्री या सोनिया गांधी की उपस्थिति नहीं थी।