क्या कांग्रेस की मानसिकता नकारात्मक है? : गुलाम अली खटाना
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की मानसिकता पर सवाल उठाया गया है।
- भाजपा सांसद ने नकारात्मकता की ओर इशारा किया।
- कांग्रेस के नेतृत्व में बदलाव की आवश्यकता है।
- भाजपा ने एसआईआर का समर्थन किया।
- भारतीय त्योहारों को सम्मान देने की बात की गई।
नई दिल्ली, ११ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। इस दौरान चुनाव सुधारों पर पक्ष और विपक्ष के बीच तेज़ बहस हो रही है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद गुलाम अली खटाना ने गुरुवार को कांग्रेस की मानसिकता को नकारात्मक बताते हुए तंज कसा।
भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "कांग्रेस की मानसिकता और उनकी नजर नकारात्मक है। जब किसी राजनीतिक जमात की हार होती है, तो उन्हें ऐसा ही दिखाई देता है। आने वाले १०-२० वर्षों तक उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा और वे नकारात्मक ही रहेंगे।"
उन्होंने कहा, "परिवारवादी पार्टियों में कई समस्याएँ होती हैं। कौन साथ चलेगा और कौन नहीं, यह भी एक मुद्दा है। 'इंडिया' ब्लॉक एक ऐसा जहाज है, जिसका कांग्रेस नेतृत्व कर रही है। यह पार्टी सभी को ले डूबेगी।"
भाजपा सांसद ने विपक्षी दलों के एसआईआर पर उठाए गए सवालों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि यह विपक्ष की नकारात्मकता है कि वे सकारात्मक चीजों को नहीं देख रहे। एसआईआर एक अच्छा कदम है। भारत अब घोटालों का देश नहीं रहा, वह एक बड़ी ताकत बनने जा रहा है। ऐसे छोटे-छोटे सुधार करने होंगे।
उन्होंने कहा, "अवैध प्रवासी और मृतक कैसे वोटर बने रह सकते हैं? जो दूसरे राज्यों में चले गए हैं, उनका एक ही राज्य में वोट रहेगा। १८ साल वाले वोटर्स होंगे। इन सभी पर ध्यान दिया जा रहा है।"
ओडिशा कांग्रेस के पूर्व विधायक द्वारा सोनिया गांधी को पत्र लिखने और पार्टी के नेतृत्व में बदलाव की बात करने पर गुलाम अली खटाना ने कहा, "नेतृत्व के चक्कर में कांग्रेस के कई सीनियर नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है, जिन्होंने ५०-५० वर्षों तक काम किया। उन्हें समझना चाहिए कि अब 'मैं' नहीं चलने वाला है। अब उन्हें 'हम' पर आ जाना चाहिए।"
भाजपा सांसद ने दीपावली को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल करने की सराहना की। उन्होंने कहा, "देश की जनता को मुबारक हो कि उन्होंने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया। भारतीय त्योहारों को सम्मान मिलेगा।"