क्या कांग्रेस ने भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल उठाए हैं? : संजय उपाध्याय

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे का विवादास्पद बयान।
- भाजपा विधायक संजय उपाध्याय की तीखी प्रतिक्रिया।
- नेशनल हेराल्ड मामला और कांग्रेस की छवि।
- पाकिस्तान के साथ खेल संबंधों पर सवाल।
- ममता बनर्जी पर आरोप।
मुंबई, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे द्वारा दिए गए बयान के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। भाजपा विधायक संजय उपाध्याय ने इस बयान को निंदनीय करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल उठाया है।
उपाध्याय ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस का इतिहास भारतीय सेना के शौर्य को लेकर सवाल उठाने और अपमान करने का रहा है। उन्होंने प्रणीति शिंदे के बयान को शहीदों और देश की बेटियों का अपमान बताया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पहलगाम हमले के प्रतिशोध के रूप में किया गया था। कांग्रेस हमेशा पाकिस्तान और चीन का समर्थन करती आई है। सांसदों को सेना का सम्मान करना चाहिए, भले ही वे भाजपा का विरोध करें।
उपाध्याय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे हमेशा से बांग्लादेशी और रोहिंग्या के तुष्टिकरण की राजनीति करती आई हैं। बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार, बलात्कार और हत्याएं हुईं हैं। पश्चिम बंगाल में भी हिंदुओं को प्रताड़ना का सामना करना पड़ता है, बहन-बेटियों की इज्जत लूटी जाती है। यहां तक कि केंद्रीय मंत्री या संवैधानिक पदों पर बैठे लोग भी जब वहां जाते हैं, तो उन्हें हिंसा का सामना करना पड़ता है। ममता बनर्जी बिना तथ्यों की जांच किए बयान देती हैं।
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर संजय उपाध्याय ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश को अपनी जागीर समझा है। एक मध्यमवर्गीय परिवार से आया व्यक्ति प्रधानमंत्री बन सकता है, यह कांग्रेस को आज तक स्वीकार नहीं हुआ। गांधी परिवार ने देश को लूटने का काम किया, लेकिन मोदी ने भ्रष्टाचार को उजागर किया। नेशनल हेराल्ड घोटाला इसका बड़ा उदाहरण है, जिसमें निष्पक्ष एजेंसियां जांच कर रही हैं और कार्रवाई जारी है।
संजय उपाध्याय ने भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले एशिया कप मैच का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लगातार भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देता है और आतंकवादी घटनाओं में शामिल रहता है। ऐसे देश के साथ सामान्य व्यवहार करना और फिर खेल, विशेषकर क्रिकेट की बात करना, यह देशभक्त नागरिकों को पीड़ा देने वाला है।